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डुमरी में संतृप्ता अभियान के तहत बैंक शिविर आयोजित: ग्रामीणों को जन सुरक्षा योजनाओं की दी गई जानकारी

#डुमरी #संतृप्ता_अभियान : आकासी पंचायत में ग्रामीणों को बैंकिंग योजनाओं की जानकारी — जन धन खाते खुले, आधार सीडिंग और साइबर सुरक्षा की भी दी गई ट्रेनिंग

जन सुरक्षा योजनाओं पर केंद्रित रहा शिविर

शनिवार को डुमरी प्रखंड अंतर्गत आकासी पंचायत में
झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक डुमरी के तत्वावधान में संतृप्ता अभियान के अंतर्गत एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया।
इस शिविर में बैंक शाखा प्रबंधक अनिल कुमार द्वारा प्रधानमंत्री जन धन योजना, पीएम सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना और किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) लोन के बारे में ग्रामीणों को विस्तार से जानकारी दी गई।

मौके पर खुले खाते और हुई आधार सीडिंग

शिविर में 09 ग्रामीणों के नए जन धन खाते खोले गए और 05 लोगों का आधार उनके बैंक खातों से जोड़ा गया
बैंक की इस पहल से ग्रामीणों में वित्तीय जागरूकता और बैंकिंग से जुड़ाव बढ़ा है।
प्रबंधक अनिल कुमार ने बताया कि सरकार की इन योजनाओं का लाभ तभी संभव है जब ग्रामीण स्वयं जागरूक होकर इन सेवाओं से जुड़ें।

साइबर सुरक्षा पर विशेष जागरूकता सत्र

साख फाउंडेशन के CFL ट्रेनर विवेक कुमार केशरी ने उपस्थित लोगों को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए जरूरी सुझाव दिए
उन्होंने बताया कि बैंक कभी OTP, पासवर्ड या अकाउंट डिटेल्स फोन पर नहीं मांगता, और ग्रामीणों को अज्ञात कॉल व लिंक से सावधान रहने की आवश्यकता है।

विवेक कुमार केशरी ने कहा: “साइबर सुरक्षा आज की बड़ी चुनौती है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में जहां डिजिटल साक्षरता कम है। ऐसे शिविर डिजिटल फ्रॉड से बचाव में सहायक होंगे।”

पंचायत स्तर पर चलेंगे और शिविर

शिविर के दौरान CFL प्रतिनिधि ने बताया कि जुलाई से सितंबर तक पंचायत स्तर पर ऐसे जागरूकता शिविर लगातार आयोजित किए जाएंगे
इसका उद्देश्य हर ग्रामीण को बैंकिंग और वित्तीय सुरक्षा योजनाओं से जोड़ना है।

सामुदायिक सहभागिता से सफल हुआ शिविर

इस अवसर पर पंचायत मुखिया, JSLPS कार्यकर्ता शोभा एक्का, बैंक सखी और बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भागीदारी रही।
सभी ने इस तरह के सहायक और जागरूकता से भरपूर शिविरों को ग्रामीण विकास की दिशा में महत्वपूर्ण बताया

न्यूज़ देखो: ग्रामीण सशक्तिकरण की ओर बढ़ते कदम

आकासी पंचायत में आयोजित यह बैंक शिविर सिर्फ योजनाओं की जानकारी तक सीमित नहीं था — यह गांव-गांव में वित्तीय समावेशन की दिशा में एक मजबूत कदम है।
न्यूज़ देखो हमेशा ऐसे प्रयासों को महत्व देता है जो जन-जागरूकता और सरकारी योजनाओं को ज़मीनी स्तर तक पहुंचाने में सहायक होते हैं
यह शिविर इस बात का उदाहरण है कि यदि योजनाएं लोगों तक सही तरीके से पहुंचें, तो ग्रामीण समाज आत्मनिर्भर बन सकता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

जागरूक बनें, अधिकारों का लाभ लें

बैंकिंग योजनाएं और बीमा सुरक्षा आपके जीवन को सुरक्षित और सशक्त बना सकती हैं।
यदि आप भी ऐसे शिविर में शामिल हुए हैं या जानना चाहते हैं, तो नीचे कमेंट करें, इस खबर को रेट करें और अपने गांव-समाज में जरूर साझा करें — ताकि हर कोई अपने अधिकारों और योजनाओं का लाभ ले सके।

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