बैंक लापरवाही न बरतें, सुपात्र लाभुकों को शीघ्र ऋण दें: गिरिडीह डीसी

#गिरिडीह #DLCCबैठक — योजनाओं की समीक्षा बैठक में डीसी ने दिए कड़े निर्देश

योजनाओं के क्रियान्वयन में बैंक की भूमिका अहम: डीसी रामनिवास यादव

गिरिडीह समाहरणालय सभागार में गुरुवार को DLCC, DLRC और DLRAC की तिमाही बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त श्री रामनिवास यादव ने की। इस बैठक में सांसद प्रतिनिधि, उप विकास आयुक्त, बैंक प्रतिनिधियों, विभिन्न विभागों के पदाधिकारी और संबंधित एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

बैठक के दौरान पिछली तिमाही के कार्यवृत्त की संपुष्टि के साथ-साथ वार्षिक ऋण योजना, किसान क्रेडिट कार्ड (KCC), प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, PMEGP, PMFME, PMSVANidhi, स्टैंड-अप इंडिया, महिला स्वयं सहायता समूह, आरसेटी, बचत खाता, और बीमा योजनाओं की उपलब्धियों पर विस्तार से समीक्षा की गई।

सरकार की योजनाओं में कोताही नहीं चलेगी: बैंकों को लक्ष्य पूर्ति के निर्देश

उपायुक्त ने बैंकों द्वारा योजनाओं के तहत ऋण स्वीकृत नहीं किए जाने पर नाराजगी जाहिर की और निर्देश दिया कि:

“जिन बैंकों ने अभी तक PMEGP या PMFME के तहत एक भी योजना स्वीकृत नहीं की है, वे जल्द सेंक्शन करें और लक्ष्य प्राप्त करें।”

साथ ही उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि:

“सरकार की योजनाओं को पूरी तत्परता से लागू करना बैंकों की जिम्मेदारी है। सुपात्र लाभुकों को शीघ्र ऋण दें, जिससे जिले में रोजगार सृजन को बल मिल सके। किसानों के हित में काम करें और सभी लैंपस से जुड़े किसानों को KCC का लाभ दिलाएं।” — उपायुक्त रामनिवास यादव

अन्य अहम बिंदुओं पर भी हुई चर्चा

बैठक में NPA, डिजिटल एनेबल्ड मार्केट क्लस्टर्स, प्री-PLP, पीएम सूर्य घर योजना, URC कवरेज, एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड, और बैंकिंग आउटलेट्स पर भी गंभीर मंथन हुआ। सभी संबंधित पदाधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए गए।

बैठक में शामिल अन्य अधिकारियों में उप नगर आयुक्त, DDM नाबार्ड, GM DIC, DPM JSLPS, और कृषि, मत्स्य, गव्य, कल्याण, पशुपालन एवं शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि शामिल थे।

न्यूज़ देखो: विकास योजनाओं पर रहेगी पैनी नजर

गिरिडीह प्रशासन की इस बैठक से यह स्पष्ट है कि जिले में योजनाओं की धीमी प्रगति को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
न्यूज़ देखो की नजर इन योजनाओं की जमीनी हकीकत पर बनी रहेगी — हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

रोजगार की चाबी, कर्ज की कुंजी

सरकारी योजनाओं और बैंकिंग सहयोग से जब लाभुकों तक ऋण पहुंचेगा, तभी स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में जिले में ठोस परिवर्तन आएगा।
अब वक्त है कि बैंकिंग व्यवस्था अपना दायित्व निभाए और हर पात्र व्यक्ति को उसका हक दिलाए।

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