राजकीय श्री बंशीधर महोत्सव के आयोजन की मांग को लेकर मंत्री महोदय को पत्र
गढ़वा से भवनाथपुर के विधायक अनंत प्रताप देव ने झारखंड के पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के मंत्री को पत्र लिखकर राजकीय श्री बंशीधर महोत्सव के आयोजन की मांग की है। अपने पत्र में उन्होंने श्री बंशीधर धाम के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को रेखांकित करते हुए महोत्सव को फरवरी 2025 में आयोजित कराने की अपील की है।
श्री बंशीधर धाम का ऐतिहासिक महत्व
पत्र में बताया गया कि गढ़वा जिले का श्री बंशीधर धाम झारखंड का एक प्रमुख तीर्थस्थल है। यहां भगवान श्री बंशीधर जी की 32 मन सोने की प्रतिमा और राधिका जी की अद्वितीय अष्टधातु प्रतिमा स्थापित है।
इतिहासकारों के अनुसार, भगवान श्री बंशीधर लगभग 200 वर्ष पूर्व नगर राज परिवार की राजमाता शिवमानी देवी को स्वप्न देकर स्वयं पधारे और यहां विराजमान हुए।
राजमाता ने वाराणसी से राधारानी की अष्टधातु की प्रतिमा मंगाकर इस धाम को धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र बनाया।
श्री बंशीधर महोत्सव का इतिहास
- श्री बंशीधर महोत्सव का पहला आयोजन 26-27 मार्च 2017 को हुआ।
- दूसरा आयोजन 25-26 नवंबर 2018 और तीसरा आयोजन 3-4 मई 2023 को किया गया।
- झारखंड सरकार ने हेमंत सोरेन के कार्यकाल में इसे राजकीय महोत्सव का दर्जा दिया और 2023 में इसे भव्य तरीके से आयोजित किया।
2024 में आयोजन न होने का कारण
2024 में लोकसभा और विधानसभा चुनावों के कारण यह महोत्सव आयोजित नहीं हो सका। विधायक ने इसे क्षेत्र के लोगों की आस्था और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया और इसे फरवरी 2025 में आयोजित कराने की मांग की।
विधायक अनंत प्रताप देव ने मंत्री महोदय से आग्रह किया कि राजकीय श्री बंशीधर महोत्सव को समय पर आयोजित कराने के लिए अग्रेतर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
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