बरवाडीह बस स्टेण्ड विवाद: अंचल कार्यालय की कार्रवाई पर जिला परिषद सदस्य ने जताई नाराजगी

#बरवाडीह #बसस्टैंड_विस्थापन – नोटिस के विरोध में बोले जिला परिषद सदस्य – जब तक निविदा नहीं, तब तक दुकानें नहीं हटेंगी

बस स्टेण्ड दुकानों पर अंचल कार्यालय की कार्रवाई

बरवाडीह प्रखंड मुख्यालय के बस स्टेण्ड परिसर में अस्थायी रूप से संचालित लगभग दो दर्जन दुकानों को हटाने के लिए बुधवार को अंचल कार्यालय की ओर से बिना नाम के सार्वजनिक नोटिस जारी किए गए। यह नोटिस जिला परिषद कार्यालय के हवाले से जारी किया गया है।

नोटिस के अनुसार, बस स्टेण्ड की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने और बंदोबस्ती करवाने वाले रवि सिंह के आवेदन पर यह कदम उठाया गया।

दुकानदारों में नाराजगी, विस्थापन का विरोध

इस अचानक हुई कार्रवाई पर दुकानदारों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है।

“बस स्टेण्ड में जिला परिषद के माध्यम से दुकान निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। जब तक निविदा जारी नहीं होती, तब तक कोई विस्थापन नहीं होगा,” — जिला परिषद सदस्य संतोषी शेखर

जून बैठक में प्रस्ताव, फिर लॉटरी से दुकान आवंटन

संतोषी शेखर ने कहा कि जिला परिषद की जून माह में होने वाली बैठक में विस्थापित दुकानदारों के चिन्हीकरण का प्रस्ताव पारित किया जाएगा। इसके बाद लॉटरी प्रक्रिया द्वारा शेष दुकानों का आवंटन किया जाएगा और तभी निर्माण कार्य शुरू होगा।

स्थानीय जिला परिषद का स्पष्ट रुख

फिलहाल के लिए उन्होंने साफ किया है कि सभी दुकानदार यथावत दुकानें संचालित करते रहेंगे। इस विषय में जिला परिषद सचिव और अन्य संबंधित अधिकारियों को सूचित किया जाएगा ताकि कोई अनुचित कार्रवाई न की जाए

“जो दुकानदार पूर्व से विस्थापित हैं, उन्हें दुकान दिलाई जाएगी। अन्य दुकानों का आवंटन लॉटरी के माध्यम से होगा,” — संतोषी शेखर

न्यूज़ देखो : जनता की बात, ज़मीन से जुड़ी रिपोर्टिंग

न्यूज़ देखो हमेशा जनता से जुड़ी हर हलचल पर पैनी नजर रखता है। बरवाडीह बस स्टेण्ड से जुड़े इस मुद्दे में प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को साथ बैठकर स्थायी समाधान निकालना होगा, ताकि विस्थापित दुकानदारों को न्याय मिल सके और विकास कार्य भी समय पर पूर्ण हो।

हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

आपकी आवाज़, हमारी रिपोर्टिंग

अगर आप भी स्थानीय विकास और जनहित मुद्दों से जुड़ी खबरें पढ़ना चाहते हैं, तो न्यूज़ देखो के साथ जुड़ें। हम लाते हैं ज़रूरी सवाल, सही संदर्भ और ठोस तथ्य—बिल्कुल ज़मीन से।

Exit mobile version