#लातेहार #घरेलूहिंसा : बरवाडीह प्रखंड के गणेशपुर गांव में पति ने पत्नी और मासूम बेटे की नृशंस हत्या कर दी और फरार हो गया
- गणेशपुर गांव, थाना छिपादोहर क्षेत्र की घटना।
- मोहनलाल उरांव ने घरेलू विवाद में पत्नी और बेटे की हत्या की।
- मृतकों में पत्नी सोनामणि देवी और बेटा सूरज उरांव (3 वर्ष) शामिल।
- आरोपी ने नुकीले धारदार हथियार से हत्या कर दी।
- घटना की जानकारी पर थाना प्रभारी रितेश कुमार राव मौके पर पहुंचे।
- आरोपी पति फिलहाल फरार, गिरफ्तारी को लेकर छापामारी जारी।
लातेहार जिले के बरवाडीह प्रखंड अंतर्गत छिपादोहर थाना क्षेत्र के गणेशपुर गांव में शुक्रवार को एक हृदयविदारक घटना घटी। घरेलू विवाद में पति ने अपनी पत्नी और तीन वर्षीय मासूम बेटे की धारदार हथियार से हत्या कर दी। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। पुलिस को घटना की जानकारी मिलते ही छिपादोहर थाना प्रभारी रितेश कुमार राव दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, शव को कब्जे में लिया और जांच शुरू की।
विवाद से हत्या तक
जानकारी के मुताबिक, गणेशपुर निवासी मोहनलाल उरांव का अपनी पत्नी सोनामणि देवी के साथ घरेलू मुद्दों पर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि मोहनलाल ने गुस्से में आकर अपनी पत्नी और मासूम बेटे सूरज उरांव (3 वर्ष) पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी रितेश कुमार राव सदल बल मौके पर पहुंचे और पूरे घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु लातेहार सदर अस्पताल भेजा।
थाना प्रभारी रितेश कुमार राव ने कहा: “गणेशपुर गांव निवासी मोहनलाल उरांव ने घरेलू विवाद के कारण अपनी पत्नी और बेटे की हत्या कर दी है। आरोपी फिलहाल फरार है, उसकी गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।”
आरोपी की तलाश तेज
हत्या के बाद आरोपी मोहनलाल उरांव गांव से फरार हो गया। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छिपादोहर थाना क्षेत्र समेत आसपास के इलाकों में छापामारी कर रही है।
गांव में दहशत और शोक
इस दर्दनाक घटना से गणेशपुर गांव और आसपास के क्षेत्र में मातम का माहौल है। लोगों को विश्वास नहीं हो रहा कि एक घरेलू विवाद ने इतने भयानक रूप ले लिया और एक परिवार को ही खत्म कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस से आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।
न्यूज़ देखो: घरेलू विवाद का भयावह अंजाम
यह घटना इस बात का उदाहरण है कि घरेलू विवाद जब नियंत्रण से बाहर हो जाता है तो उसका परिणाम कितना भयावह हो सकता है। समाज में जागरूकता और संवाद की कमी ऐसे मामलों को जन्म देती है। जरूरत है कि ऐसे विवादों को समय रहते सुलझाया जाए और मानसिक तनाव से गुजर रहे लोगों को परामर्श व सहायता उपलब्ध कराई जाए।
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पारिवारिक संवाद ही समाधान
यह घटना हमें सिखाती है कि संवाद और संयम घरेलू विवादों का सबसे बड़ा समाधान है। हिंसा कभी भी किसी समस्या का हल नहीं हो सकती। अब समय है कि हम सभी परिवार और समाज में शांति बनाए रखने के लिए आगे आएं। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को साझा करें ताकि जागरूकता फैले और ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।