
#पलामू #कृषक_विकास : ग्रासिम सीएसआर पहल के तहत किसानों को रबी फसलों, मिट्टी स्वास्थ्य और जल संरक्षण पर प्रशिक्षण दिया गया।
- बीसीसीएल जन सेवा ट्रस्ट, रेहला द्वारा पलामू के बिशनपुर प्रशिक्षण केंद्र में कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित।
- ग्रासिम इंडस्ट्रीज लिमिटेड के इकाई प्रमुख हितेंद्र केशव अवस्थी के नेतृत्व में कार्यक्रम संपन्न।
- कृषि विज्ञान केंद्र, चियांकि के वैज्ञानिक विनोद कुमार पांडेय, प्रबंधक जन संपर्क विकास कुमार, CSR अधिकारी अनिल गिरि, और चिकित्सक डॉ प्रेम प्रकाश पांडेय ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
- प्रशिक्षक श्री पांडेय ने किसानों को मिट्टी स्वास्थ्य, मृदा संरक्षण, जल संरक्षण और रबी फसलों की खेती के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
- प्रशिक्षण के उपरांत 62 पुरुष एवं महिला कृषकों को निःशुल्क गेहूं के बीज वितरित किए गए।
- कार्यक्रम में नागेन्द्र प्रसाद यादव, गोपीनाथ विश्वकर्मा, योगेश पाल, बिरेंद्र सिंह, आफताब अंसारी ने सक्रिय योगदान दिया।
पलामू के रेहला स्थित बीसीसीएल जन सेवा ट्रस्ट प्रशिक्षण केंद्र में ग्रासिम सीएसआर के तहत कृषक विकास परियोजना के अंतर्गत एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक और मिट्टी, जल तथा फसलों से संबंधित जानकारी प्रदान करना था। हितेंद्र केशव अवस्थी के मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में किसानों को खेती की बुनियादी और उन्नत तकनीक समझाई गई।
प्रशिक्षण के मुख्य बिंदु
प्रशिक्षक श्री पांडेय ने रबी फसलों की सफलता के लिए मिट्टी स्वास्थ्य, इसकी जांच, मृदा संरक्षण और जल संरक्षण की महत्ता समझाई। उन्होंने किसानों को यह भी बताया कि मिट्टी की गुणवत्ता का सीधा असर फसल की पैदावार और लाभ पर पड़ता है। किसानों को उनकी खेती से संबंधित समस्याओं के समाधान और बेहतर तकनीक अपनाने की प्रेरणा दी गई।
बीज वितरण और स्थानीय सहभागिता
प्रशिक्षण के बाद उपस्थित 62 किसानों को निःशुल्क गेहूं के बीज वितरित किए गए, ताकि प्रशिक्षण का प्रत्यक्ष लाभ उनकी फसलों और उत्पादन में दिखाई दे। जन सेवा ट्रस्ट के नागेन्द्र प्रसाद यादव, गोपीनाथ विश्वकर्मा, योगेश पाल, बिरेंद्र सिंह, आफताब अंसारी ने वितरण और कार्यक्रम संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
विकास कुमार ने कहा: “हम जल्द ही मिट्टी जांच से संबंधित पहल करेंगे, ताकि किसानों को और अधिक लाभ पहुंचाया जा सके।”



न्यूज़ देखो: ग्रामीण कृषि विकास में CSR और ट्रस्ट की भूमिका
यह कार्यक्रम दिखाता है कि ग्रामीण कृषि क्षेत्र में प्रशिक्षण और उचित बीज वितरण से उत्पादकता बढ़ाई जा सकती है। बीसीसीएल जन सेवा ट्रस्ट और ग्रासिम जैसी संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी किसानों की आय और खेती के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देती है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
कृषि जागरूकता और सक्रिय किसान
किसानों को सलाह दी जाती है कि वे प्रशिक्षण में प्राप्त जानकारी का पालन करें और मिट्टी तथा जल संरक्षण पर ध्यान दें। अपने अनुभव और सीख को साझा करें, ताकि अन्य किसान भी लाभान्वित हो सकें। इस खबर को साझा करें और कमेंट में बताएं कि आपके क्षेत्र में ऐसी पहल कितनी प्रभावी हो रही है, ताकि अधिक से अधिक किसान जागरूक बन सकें।




