
#सिमडेगा #शिक्षा_निरीक्षण : हाटिंगहोडे स्थित अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय में अनियमितताओं पर सख्त रुख
- बानो प्रखंड विकास पदाधिकारी नैमुदिन अंसारी ने किया औचक निरीक्षण।
- 87 नामांकित छात्रों में से 5 बच्चे बीमार, घर पर इलाजरत।
- प्रधानाध्यापिका विश्वासी डांग सहित तीन शिक्षक अनुपस्थित पाए गए।
- मध्यान्ह भोजन मेनू के अनुसार, लेकिन पढ़ाई की गुणवत्ता पर नाराजगी।
- होस्टल में कंबल की कमी, आईटीडीए डायरेक्टर को दी गई सूचना।
बानो प्रखंड के अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय हाटिंगहोडे में बुधवार को प्रखंड विकास पदाधिकारी नैमुदिन अंसारी ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय एवं छात्रावास की व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की गई, जिसमें कई गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। विशेष रूप से शिक्षकों की अनुपस्थिति और छात्रों को सीमित विषयों की पढ़ाई मिलने पर बीडीओ ने नाराजगी जताई।
छात्रों की उपस्थिति और स्वास्थ्य स्थिति की जांच
निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि विद्यालय में कुल 87 छात्र नामांकित हैं, जिनमें से 5 छात्र बीमार हैं। जानकारी दी गई कि बीमार बच्चों का इलाज उनके अभिभावकों द्वारा घर पर कराया जा रहा है। बीडीओ ने इस पर चिंता जताते हुए निर्देश दिया कि बच्चों के स्वास्थ्य की नियमित निगरानी की जाए और आवश्यक होने पर स्वास्थ्य विभाग से समन्वय स्थापित किया जाए।
शिक्षकों की अनुपस्थिति पर सख्ती
निरीक्षण के दौरान सरकारी शिक्षक सह प्रधानाध्यापिका विश्वासी डांग विद्यालय से अनुपस्थित पाई गईं। इसके अलावा घंटी आधारित शिक्षक छतन सिंह और विकास साहू भी अनुपस्थित पाए गए। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए बीडीओ नैमुदिन अंसारी ने संबंधित शिक्षकों से अनुपस्थिति का स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आवासीय विद्यालय में इस तरह की लापरवाही छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
मध्यान्ह भोजन की जांच, मेनू के अनुसार पाया गया
विद्यालय स्टाफ प्रतिमा धान की उपस्थिति में दोपहर 1:30 बजे मध्यान्ह भोजन की जांच की गई। जांच के दौरान यह पाया गया कि मध्यान्ह भोजन मेनू के अनुसार तैयार किया गया था। इस व्यवस्था पर संतोष जताते हुए बीडीओ ने निर्देश दिया कि भोजन की गुणवत्ता और समयबद्धता में किसी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए।
पढ़ाई की गुणवत्ता पर बीडीओ की नाराजगी
निरीक्षण के दौरान छात्रों से बातचीत में यह सामने आया कि दिन में केवल एक ही विषय की पढ़ाई कराई जा रही है। इस पर बीडीओ ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि आवासीय विद्यालयों का उद्देश्य छात्रों को समग्र और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना है, न कि औपचारिकता निभाना। उन्होंने शिक्षकों को पाठ्यक्रम के अनुसार सभी विषयों की नियमित पढ़ाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
बीडीओ ने स्वयं ली गणित की कक्षा
निरीक्षण के दौरान बीडीओ नैमुदिन अंसारी ने कक्षा 5वीं और 6वीं के छात्रों को गणित विषय पढ़ाया। उन्होंने बच्चों को गणित के सवाल आसान तरीकों से हल करने के बारे में समझाया और छात्रों से सवाल पूछकर उनकी समझ का आकलन भी किया। बीडीओ की इस पहल से छात्रों में उत्साह देखने को मिला।
छात्रावास में कंबल की कमी, आईटीडीए को सूचना
निरीक्षण के दौरान छात्रों द्वारा यह जानकारी दी गई कि होस्टल में कंबलों की कमी है। इस पर बीडीओ ने तत्काल संज्ञान लेते हुए आईटीडीए (ITDA) के डायरेक्टर सरोज तिर्की को इसकी सूचना दी और आवश्यक व्यवस्था शीघ्र कराने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में बच्चों की बुनियादी जरूरतों की अनदेखी नहीं की जा सकती।
शिक्षा व्यवस्था में सुधार के निर्देश
निरीक्षण के अंत में बीडीओ ने विद्यालय प्रबंधन को स्पष्ट निर्देश दिए कि शिक्षकों की नियमित उपस्थिति, सभी विषयों की पढ़ाई, छात्रों की स्वास्थ्य देखभाल और छात्रावास की सुविधाओं में सुधार प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी लापरवाही पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

न्यूज़ देखो: आवासीय विद्यालयों की जवाबदेही जरूरी
हाटिंगहोडे स्थित अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय का यह निरीक्षण शिक्षा व्यवस्था की वास्तविक स्थिति को उजागर करता है। शिक्षकों की अनुपस्थिति और सीमित पढ़ाई जैसे मुद्दों पर सख्ती जरूरी है, ताकि जनजातीय छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षा में लापरवाही नहीं, जिम्मेदारी जरूरी
आवासीय विद्यालय बच्चों के भविष्य की नींव होते हैं।
शिक्षा और सुविधाओं में सुधार सभी की साझा जिम्मेदारी है।
आप भी अपने क्षेत्र के विद्यालयों पर नजर रखें।
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