बीआईटी मेसरा में ASCAT 2025 का भव्य समापन, सैल्युलर ऑटोमेटा रिसर्च को मिला नया आयाम

हाइलाइट्स :

बीआईटी मेसरा में ASCAT 2025 का भव्य समापन

रांची। बीआईटी मेसरा ने एशियन सिम्पोसियम ऑन सैल्युलर ऑटोमेटा टेक्नोलॉजी (ASCAT 2025) के चौथे संस्करण का सफलतापूर्वक समापन किया। यह सम्मेलन सैल्युलर ऑटोमेटा टेक्नोलॉजी में नवीनतम शोध और नवाचारों को साझा करने के लिए एक प्रमुख मंच बन चुका है। इस प्रतिष्ठित आयोजन में दुनियाभर के विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं ने भाग लिया, जहां कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), साइबर सिक्योरिटी, फिजिक्स, हेल्थकेयर और कम्प्यूटिंग जैसे क्षेत्रों में सैल्युलर ऑटोमेटा के अनुप्रयोगों पर चर्चा हुई।

वैश्विक मंच पर ASCAT की बढ़ती लोकप्रियता

ASCAT सम्मेलन की शुरुआत 2020-21 में एक ऑनलाइन वेबिनार सीरीज के रूप में हुई थी, जो अब एक प्रतिष्ठित वैश्विक आयोजन बन चुका है।

इस वर्ष सम्मेलन में रिकॉर्ड संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि सैल्युलर ऑटोमेटा टेक्नोलॉजी अनुसंधान जगत में तेजी से लोकप्रिय हो रही है।

सम्मेलन में शोध और नवाचारों पर जोर

ASCAT 2025 में विभिन्न सत्रों और प्रस्तुतियों के माध्यम से नवीनतम तकनीकी शोध और नवाचारों पर चर्चा की गई। प्रमुख विषयों में शामिल थे:

पीएचडी फोरम और समर स्कूल साझेदारियां बनीं आकर्षण का केंद्र

इस साल का ASCAT सम्मेलन कई मायनों में खास रहा।

सम्मेलन ने शोध और इनोवेशन की नई राहें खोलीं

ASCAT 2025 का समापन जोश और उत्साह के साथ हुआ, जिसमें भविष्य के अनुसंधान और नवाचार को गति देने पर विशेष बल दिया गया। सम्मेलन ने वैश्विक स्तर पर सैल्युलर ऑटोमेटा टेक्नोलॉजी के बढ़ते प्रभाव और इसकी संभावनाओं को लेकर आपसी सहयोग, अनुसंधान और नवाचार पर जोर दिया।

‘न्यूज़ देखो’ – हर खबर पर रहेगी हमारी नज़र

ASCAT 2025 ने तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में झारखंड और भारत की सशक्त भूमिका को साबित किया है। ऐसे प्रतिष्ठित सम्मेलनों के जरिए स्थानीय और वैश्विक शोधकर्ताओं को एक साथ आकर नए विचारों पर काम करने का अवसर मिल रहा है। क्या भारत में ऐसी टेक्नोलॉजी रिसर्च को और बढ़ावा देने के लिए सरकार को अधिक समर्थन देना चाहिए?
‘न्यूज़ देखो’ इस विषय पर लगातार नज़र बनाए रखेगा और भविष्य में होने वाले ऐसे सम्मेलनों की पूरी जानकारी आपको देता रहेगा।

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