
#BiharWeatherAlert #बेमौसम_बारिश #LightningDeaths #BiharDisaster | नालंदा, सिवान, भोजपुर, गया समेत कई जिलों में भारी तबाही, आज भी बारिश का अलर्ट
- बेमौसम बारिश से अब तक 31 लोगों की जान जा चुकी है
- नालंदा में सबसे ज्यादा 13 मौतें, दीवार गिरने से 6 की दर्दनाक मौत
- भोजपुर, सिवान, सारण, गया, बेगूसराय, अरवल समेत अन्य जिलों में भारी नुकसान
- वज्रपात, पेड़ गिरने और दीवार ढहने से मौतें हुईं
- प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की, आज भी अलर्ट जारी
नालंदा में मौतों का सिलसिला, देवी स्थान की दीवार बनी काल
बिहार में बेमौसम की बारिश और वज्रपात ने कहर बरपाया है। मौसम की मार ने 31 लोगों की जान ले ली, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। सबसे ज्यादा नुकसान नालंदा जिले में हुआ, जहां 13 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
जानकारी के अनुसार, मानपुर थाना क्षेत्र के नगवां गांव में देवी स्थान की दीवार ढहने से 6 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। वहीं, बालमत बिगहा में एक दांदी और पोता-पोती की जान चली गई। पावापुरी के दुर्गापुर खंधा में 10 वर्षीय बालक की भी मौत हो गई।
भोजपुर और सिवान में वज्रपात और दीवार गिरने से हाहाकार
भोजपुर जिले में 5 लोगों की मौत हुई है, जिनमें एक मां-बेटा भी शामिल हैं। यहां वज्रपात, दीवार और पेड़ गिरने जैसी घटनाओं से जनहानि हुई। वहीं, सिवान में वज्रपात से 4 लोगों की जान गई है।
सारण, गोपालगंज और गया में भी तबाही
सारण जिले के पानापुर में वज्रपात से 2 लोगों की मौत की खबर है। गोपालगंज में एक महिला की झोपड़ी पर पेड़ गिरने से मौत हो गई। गया जिले के टनकुप्पा प्रखंड के मायापुर गांव में दीवार गिरने से 8 वर्षीय बालक की मौत हुई।
अरवल-पटना सीमा और बेगूसराय में भी भारी नुकसान
अरवल-पटना की सीमा पर बेदौली गांव में दीवार और पेड़ के गिरने से 2 लोगों की मौत हो गई। बेगूसराय के चेरिया बरियारपुर में वज्रपात से एक किशोरी की जान चली गई।
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट, आमजन रहें सतर्क
मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में आज भी भारी बारिश और वज्रपात की चेतावनी दी है। प्रशासन ने लोगों से बिजली कड़कने के दौरान खुले में न रहने और कमजोर दीवारों के पास न रुकने की अपील की है।
न्यूज़ देखो – मुश्किल समय में सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव
प्राकृतिक आपदाएं हमारे बस में नहीं हैं, लेकिन सतर्कता और जागरूकता से हम अपने जीवन की रक्षा कर सकते हैं। ‘न्यूज़ देखो’ अपील करता है कि मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें, और संकट की घड़ी में एक-दूसरे की मदद करें। सुरक्षित रहें, सजग रहें।