
- बेंगाबाद में सफेद पत्थर लदे ट्रैक्टर को वन विभाग ने किया जब्त
- गुप्त सूचना पर डीएफओ मनीष तिवारी के निर्देशानुसार हुई कार्रवाई
- अवैध खनन के खिलाफ वन विभाग की एक महीने में चौथी बड़ी कार्रवाई
- अभियुक्तों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई जारी
बेंगाबाद में अवैध खनन के खिलाफ सख्त कदम
बेंगाबाद। वन विभाग ने मंगलवार रात बेंगाबाद थाना क्षेत्र में अवैध खनन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सफेद पत्थर से लदे एक ट्रैक्टर को जब्त किया। यह कार्रवाई डीएफओ मनीष तिवारी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसमें बताया गया था कि फॉरेस्ट ब्लॉक एवं आसपास के क्षेत्रों में सफेद पत्थर का अवैध खनन और परिवहन किया जा रहा है। इस सूचना के आधार पर डीएफओ के निर्देशानुसार फॉरेस्टर दिवाकर तांती के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर तत्काल कार्रवाई के लिए भेजी गई।
रात 11 बजे पकड़ा गया ट्रैक्टर
वन विभाग की टीम ने रात करीब 11 बजे बथानबारी से घुठिया जाने वाली सड़क पर सफेद पत्थर लदे ट्रैक्टर को पकड़ लिया। टीम ने ट्रैक्टर को तत्काल जब्त कर लिया और उसे वन विभाग कार्यालय लाया गया। अधिकारियों के अनुसार, ट्रैक्टर से संबंधित दस्तावेजों की जांच की जा रही है और संलिप्त अभियुक्तों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।
एक महीने में चौथी बड़ी कार्रवाई
वन विभाग के अनुसार, यह पिछले एक महीने में अवैध खनन के खिलाफ की गई चौथी बड़ी कार्रवाई है। लगातार हो रही इन कार्रवाइयों के कारण खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया है। अधिकारियों ने कहा कि अवैध खनन को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है और आने वाले दिनों में इस तरह की और भी सख्त कार्रवाइयां की जाएंगी।
खनन माफियाओं पर कसेगा शिकंजा
फॉरेस्टर दिवाकर तांती ने स्पष्ट रूप से कहा कि अवैध खनन एवं परिवहन को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह के अवैध कार्यों से न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है, बल्कि सरकारी राजस्व की भी हानि होती है। उन्होंने कहा कि “खनन माफियाओं का मनोबल तोड़ना अत्यंत आवश्यक है, ताकि वन एवं पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सके।”
वन विभाग की टीम ने निभाई अहम भूमिका
इस विशेष अभियान में वन विभाग की टीम ने सक्रियता से कार्य किया। इस टीम में फॉरेस्टर दिवाकर तांती के साथ वनरक्षी रमेश टुडू, चंदन दास, दीपक कुमार, सुनील हेंब्रम और मुकेश दास शामिल थे। अधिकारियों ने कहा कि आगे भी इस तरह की नियमित जांच अभियान जारी रहेंगे ताकि अवैध खनन को पूरी तरह समाप्त किया जा सके।
न्यूज़ देखो: क्या अवैध खनन पूरी तरह रुकेगा?
वन विभाग की यह कार्रवाई दर्शाती है कि प्रशासन अवैध खनन पर सख्ती से कार्रवाई कर रहा है। लेकिन बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर इतने बड़े पैमाने पर अवैध खनन हो ही क्यों रहा है? क्या स्थानीय प्रशासन की निगरानी पर्याप्त नहीं है, या फिर इसमें किसी बड़े नेटवर्क का हाथ है?
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