
#बेतला #पर्यटनविकास : महिला प्रशिक्षित गाइडों की पार्क में तैनाती से पर्यटन को नई दिशा, आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश कर रहीं ग्रामीण महिलाएं
- बेतला नेशनल पार्क में पहली बार महिला प्रशिक्षित गाइडों की सक्रिय भागीदारी।
- पीटीआर प्रबंधन के ‘हुनर से रोजगार’ अभियान का सकारात्मक असर।
- महिला गाइड रेखा, परिणिता, सोनम और रानी कुमारी को प्रशिक्षण के बाद मिला सीधा रोजगार।
- पर्यटकों को बाघ, तेंदुआ, बाइसन, मोर, हाथी, हिरण आदि वन्यजीवों की विस्तृत जानकारी दे रही हैं गाइड।
- महिला गाइडों की आय में बढ़ोतरी से आर्थिक आत्मनिर्भरता में आई मजबूती।
- बेतला में पर्यटन गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी से स्थानीय विकास को नई गति।
बेतला नेशनल पार्क में मॉनसून के बाद पर्यटन सीजन शुरू होते ही एक नया और सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है। अब पार्क की सैर के दौरान पर्यटकों के साथ न केवल पुरुष गाइड नजर आते हैं, बल्कि पहली बार प्रशिक्षित महिला गाइड भी पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी सेवाएं दे रही हैं। पीटीआर प्रबंधन द्वारा संचालित ‘हुनर से रोजगार’ अभियान के तहत इन महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया गया था, जिसके बाद इन्हें सीधे रोजगार से जोड़ा गया। इससे इलाके में महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण रोजगार को नई दिशा मिल रही है।
महिला गाइडों को मिला नया अवसर, बढ़ा आत्मविश्वास
बेतला में तैनात महिला प्रशिक्षित गाइड रेखा कुमारी, परिणिता कुमारी, सोनम और रानी कुमारी ने बताया कि यह अभियान उनके जीवन में बदलाव का बड़ा अवसर बनकर आया है। प्रशिक्षण मिलने के तुरंत बाद रोजगार प्राप्त होने से वे बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने बताया कि पार्क में आने वाले देशी–विदेशी पर्यटकों को वन्यजीवों, जंगल की संरचना और बेतला के प्राकृतिक इतिहास के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें खुशी मिलती है।
इन महिलाओं का कहना है कि इस काम से न केवल अनुभव बढ़ रहा है, बल्कि अच्छी आय होने से वे खुद को आर्थिक रूप से मजबूत महसूस कर रही हैं। पहले जहां कई जरूरतें दूसरों पर निर्भर होकर पूरी करनी पड़ती थीं, वहीं अब वे आत्मनिर्भर बन चुकी हैं।
वन्यजीवों की विस्तृत जानकारी दे रहीं महिला गाइड
महिला गाइड पर्यटकों को पार्क में मौजूद प्रमुख वन्यजीवों—बाघ, तेंदुआ, बाइसन, मोर, हिरण, हाथी आदि—के व्यवहार, संरक्षण और उनके प्राकृतिक वातावरण के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दे रही हैं। उनके व्यवहारिक ज्ञान और विनम्र मार्गदर्शन से पर्यटक भी बेहद संतुष्ट नजर आ रहे हैं।
पार्क आने वाले आगंतुकों का कहना है कि महिला गाइडों की मौजूदगी से सफारी अनुभव सुरक्षित, सहज और अधिक विश्वसनीय लगता है।
‘हुनर से रोजगार’ अभियान का दिख रहा प्रभाव
बेतला में चलाया जा रहा यह अभियान स्थानीय युवाओं और महिलाओं को कौशल आधारित रोजगार प्रदान करने में विशेष भूमिका निभा रहा है। प्रशिक्षण के माध्यम से जिन्हें पहले अवसर नहीं मिल पाता था, वे अब स्वतंत्र आय का स्रोत बना रही हैं। इससे न केवल पर्यटन क्षेत्र को नई मजबूती मिल रही है, बल्कि ग्रामीण महिलाओं की सामाजिक स्थिति में भी सकारात्मक परिवर्तन हो रहा है।
न्यूज़ देखो: महिला सशक्तिकरण और पर्यटन सुधार की मजबूत मिसाल
बेतला नेशनल पार्क में महिला गाइडों की भागीदारी महज रोजगार का विषय नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का संकेत है। ‘हुनर से रोजगार’ अभियान के जरिए महिलाओं का आर्थिक रूप से सक्षम होना स्थानीय विकास मॉडल को मजबूत करता है। पर्यटन क्षेत्र में उनकी मौजूदगी सुरक्षा, विश्वास और गुणवत्ता को बढ़ावा देती है, जो पूरे क्षेत्र के लिए लाभकारी है।
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आत्मनिर्भर महिलाएं, सशक्त समाज—बदलाव की राह यहीं से
बेतला की इन महिला गाइडों ने साबित कर दिया है कि अवसर मिले तो ग्रामीण महिलाएं हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकती हैं। यह बदलाव न सिर्फ उनकी जिंदगी संवार रहा है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बन रहा है।
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