- घंटाघर चौक पर अतिक्रमण हटाने के दौरान फल विक्रेता की संदिग्ध मौत।
- लोगों ने डीएसपी पर मारपीट और अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया।
- दुकानदारों ने सड़क जाम कर टायर जलाकर किया उग्र प्रदर्शन।
- प्रशासन ने निष्पक्ष जांच और मुआवजा देने का आश्वासन दिया।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में बड़ा विवाद
भागलपुर के जोकसर थाना क्षेत्र स्थित घंटाघर चौक पर शुक्रवार को अतिक्रमण हटाने के दौरान फल विक्रेता महेंद्र साह की मौत हो गई। इस घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया और आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रैफिक डीएसपी ने फल विक्रेता को डांटने के साथ मारपीट भी की, जिससे सदमे में आकर महेंद्र साह को हार्ट अटैक आ गया। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
डीएसपी पर गंभीर आरोप, जनता में आक्रोश
घटना के तुरंत बाद घंटाघर चौक पर माहौल गरमा गया। आक्रोशित दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने डीएसपी के खिलाफ नारेबाजी की और उनके निलंबन की मांग करने लगे।
“ट्रैफिक डीएसपी की लापरवाही और बर्बरता से एक निर्दोष व्यक्ति की जान गई है। हम न्याय की मांग करते हैं!” – प्रदर्शनकारी
प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर सड़क जाम कर दिया, जिससे इलाके में यातायात बाधित हो गया।
प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद स्थिति सामान्य
घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम धनंजय कुमार समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की और आश्वासन दिया कि घटना की निष्पक्ष जांच होगी।
“दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई होगी। मृतक के परिवार को जल्द से जल्द अनुग्रह राशि दी जाएगी।” – एसडीएम धनंजय कुमार
प्रशासन के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम समाप्त किया, लेकिन न्याय की मांग जारी रखी।
‘न्यूज़ देखो’ की नज़र
यह घटना प्रशासन की कार्रवाई और पुलिस के रवैये पर गंभीर सवाल खड़े करती है। क्या अतिक्रमण हटाने के दौरान मानवता का पालन किया जा रहा है? क्या पुलिस को इस तरह की सख्ती दिखाने का अधिकार है? ‘न्यूज़ देखो’ इस मामले की निष्पक्ष जांच पर नज़र बनाए रखेगा, क्योंकि “हर खबर पर रहेगी हमारी नज़र”।