
#पलामू #बहाली_विवाद : फोर्थ ग्रेड नियुक्ति में गड़बड़ी के विरोध में छात्रों संग भीम आर्मी ने रैली निकाली, पारदर्शी जांच की जोरदार मांग
- स्थान: समाहरणालय, पलामू जिला।
- फोर्थ ग्रेड बहाली में गड़बड़ी का विरोध करते छात्रों ने रैली निकाली।
- भीम आर्मी जिला अध्यक्ष चंदू राम व पदाधिकारी विरोध में शामिल।
- नेताओं ने नियुक्ति प्रक्रिया में अपारदर्शिता और अनियमितता के आरोप लगाए।
- मांग: तत्काल जांच, पारदर्शी प्रक्रिया, दोषियों पर कार्रवाई।
पलामू जिला मुख्यालय स्थित समाहरणालय परिसर आज उस समय आंदोलनकारी नारों से गूंज उठा, जब फोर्थ ग्रेड बहाली प्रक्रिया में हो रही कथित गड़बड़ियों के खिलाफ छात्रों और भीम आर्मी भारत एकता मिशन ने संयुक्त रूप से विशाल रैली निकाली। छात्रों ने जिला प्रशासन पर अपारदर्शिता, अनियमितता और मनमानी का आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की।
रैली में भीम आर्मी भारत एकता मिशन के जिला अध्यक्ष चंदू राम, संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी, कार्यकर्ता, डॉ. अंबेडकर छात्रावास के विद्यार्थी तथा बड़ी संख्या में छात्र–छात्राएं शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन पर सवाल उठाया कि बहाली प्रक्रिया न तो परीक्षा आधारित है, न ही जिला स्तर पर इसकी पारदर्शिता सुनिश्चित की जा रही है।
प्रशासन पर गंभीर आरोप
कार्यक्रम में उपस्थित आजाद समाज पार्टी के पूर्व विधायक प्रत्याशी अजय सिंह चेरो और प्रदेश प्रवक्ता राम कुमार रवि ने संयुक्त रूप से कहा कि पलामू जिले में फोर्थ ग्रेड नियुक्ति प्रक्रिया पूरी तरह संदिग्ध बन चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ अधिकारी इस बहाली को “अवसर” मानकर गैर–संवैधानिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं, जो प्रशासनिक नैतिकता पर बड़ा सवाल है।
नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यह मामला छात्रों के भविष्य से जुड़ा है और पलामू में भीम आर्मी के रहते किसी भी छात्र का भविष्य तार–तार नहीं होने दिया जाएगा।
क्या हैं आंदोलनकारियों की मुख्य मांगें?
छात्रों और भीम आर्मी ने जिला प्रशासन के समक्ष तीन प्रमुख मांगें रखीं—
- तत्काल जांच: बहाली प्रक्रिया में हो रही सभी गड़बड़ियों और मनमानी की उच्च स्तरीय जांच की मांग।
- पारदर्शी व निष्पक्ष प्रक्रिया: नियुक्ति को पूरी तरह पारदर्शी, निष्पक्ष और परीक्षा–आधारित बनाने पर जोर।
- दोषियों पर कार्रवाई: अनियमितता में शामिल अधिकारियों पर कठोर प्रशासनिक व कानूनी कार्रवाई की मांग।
प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट संदेश दिया कि यदि उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो संगठन छात्रों के साथ मिलकर बड़े और उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
आंदोलन का विस्तार और जनसमर्थन
रैली में भीम आर्मी के दर्जनों पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कई अभिभावकों और स्थानीय युवाओं ने भी बहाली प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने की मांग को समर्थन दिया। प्रदर्शन स्थल पर छात्रों ने कहा कि वे न्याय की मांग करते हुए शांतिपूर्ण लेकिन दृढ़ आंदोलन जारी रखेंगे।

न्यूज़ देखो: युवाओं की आवाज़ और पारदर्शिता की मांग
फोर्थ ग्रेड बहाली को लेकर उभरा यह बड़ा आंदोलन बताता है कि नौजवान अपने अधिकारों और भविष्य को लेकर पहले से ज्यादा सजग हैं। प्रशासन की जिम्मेदारी है कि नियुक्ति प्रक्रियाएँ निष्पक्ष, पारदर्शी और विवाद–रहित हों ताकि भविष्य की पीढ़ियों में व्यवस्था के प्रति भरोसा कायम रहे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अपने अधिकार जानें, आवाज़ बुलंद करें
अगर आपके क्षेत्र में किसी भी भर्ती, योजना या सुविधा में अनियमितता हो, तो आवाज़ उठाना आपका अधिकार है। सत्य, पारदर्शिता और न्याय की मांग करने वाले छात्रों का समर्थन करें। इस खबर को साझा करके जागरूकता बढ़ाएँ और बेहतर व्यवस्था की दिशा में योगदान दें।





