दिनांक 17 दिसंबर 2024 को पलामू संसदीय क्षेत्र के सांसद वी.डी. राम ने लोकसभा में नियम 377 के तहत गढ़वा जिला के भवनाथपुर में इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (IMC) स्थापित करने का मुद्दा जोरदार तरीके से उठाया।
भवनाथपुर बनाम बोकारो: जमीन और संभावनाओं की तुलना
सांसद ने बताया कि राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास निगम (NICDC) के तहत अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक गलियारा परियोजना के लिए झारखंड राज्य में IMC स्थापित करने का निर्णय केंद्र सरकार ने लिया है।
भवनाथपुर में सेल द्वारा 1180 हेक्टेयर जमीन ऑफर की गई है, जो बोकारो में उपलब्ध करीब 700 हेक्टेयर जमीन से कहीं अधिक है। यह जमीन भविष्य में क्लस्टर विस्तार के लिए उपयुक्त है।
आकांक्षी जिले को प्राथमिकता देने की अपील
सांसद ने यह भी जोर दिया कि गढ़वा जिला, भारत के 112 आकांक्षी जिलों में से एक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि इन आकांक्षी जिलों को विकसित जिलों की श्रेणी में लाया जाए। भवनाथपुर में IMC का निर्माण न केवल पलामू संसदीय क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि स्थानीय रोजगार और औद्योगिकीकरण को भी गति देगा।
राज्य सरकार पर सवाल
सांसद ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह IMC को भवनाथपुर में स्थापित करने की बजाय बोकारो में स्थापित कराना चाहती है। उन्होंने इस निर्णय को विकास और संसाधनों की अनदेखी बताते हुए केंद्र सरकार से अपील की कि वह गढ़वा जिले के भवनाथपुर में IMC स्थापित करने के निर्देश राज्य सरकार को दे।
गढ़वा के लिए संभावित लाभ
- भवनाथपुर में IMC बनने से स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- गढ़वा जिला औद्योगिक विकास के केंद्र में आ जाएगा।
- क्षेत्रीय व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा।
- आकांक्षी जिले के रूप में गढ़वा विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा।
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