#गुमला #पुलिसकार्रवाई : सिसई वाईपास पर पुलिस ने कंटेनर से बरामद की लाखों की शराब, दो आरोपी गिरफ्तार
- गुप्त सूचना पर पुलिस ने सिसई वाईपास पर की कार्रवाई।
- कंटेनर HR-61E-9722 से बरामद हुई 685 पेटी अवैध शराब।
- शराब का अनुमानित मूल्य लगभग 55 लाख 66 हजार रुपए।
- दो आरोपी गिरफ्तार, दोनों हरियाणा के निवासी।
- अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में बनी छापामारी टीम।
- आरोपियों से पूछताछ जारी, अवैध शराब तस्करी का बड़ा नेटवर्क होने की आशंका।
गुमला जिले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए अवैध शराब के बड़े खेप को पकड़ा। घटना रविवार, 03 अगस्त 2025 की है जब पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली कि एक कंटेनर में भारी मात्रा में शराब लोड है जो सिसई वाईपास से रांची की ओर जाने वाली है। सूचना के आधार पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी गुमला के नेतृत्व में छापामारी टीम का गठन किया गया और भरनो थाना चेकपोस्ट पर विशेष चेकिंग अभियान शुरू किया गया।
कंटेनर से बरामद हुई 685 पेटी शराब
चेकिंग के दौरान एक कंटेनर (रजि. नं. HR-61E-9722) नावाटोली से रांची की ओर आता दिखा। पुलिस ने बैरिकेडिंग कर कंटेनर को रोक लिया। चालक और खलासी से पूछताछ में उन्होंने खुद को वीर सिंह (21 वर्ष) और संदीप (20 वर्ष) बताया, जो हरियाणा के रोहतक और पानीपत जिलों के निवासी हैं। पहले उन्होंने कंटेनर में प्लाईवुड होने की बात कही, लेकिन शक गहराने पर पुलिस ने कंटेनर को खुलवाया तो उसमें भारी मात्रा में शराब बरामद हुई।
शराब के बारे में कागजात मांगने पर आरोपी कोई दस्तावेज नहीं दिखा सके और न ही कोई संतोषजनक जवाब दिया। पुलिस ने गिनती के बाद पाया कि कंटेनर में कुल 685 पेटी शराब थी। इनमें शामिल हैं:
- McDowell 180ml के 195 पेटी (एक पेटी में 48 बोतल)
- McDowell 375ml के 295 पेटी (एक पेटी में 24 बोतल)
- Imperial Blue 750ml के 195 पेटी (एक पेटी में 12 बोतल)
इनकी अनुमानित कीमत लगभग ₹55,66,200 (पचपन लाख छियासठ हजार दो सौ) आंकी गई है।

आरोपी गिरफ्तार, आगे की जांच जारी
पुलिस ने मौके से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से दो मोबाइल फोन और ₹5,770 नकद भी जब्त किए गए। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपियों से पूछताछ जारी है और यह संभावना जताई जा रही है कि वे किसी बड़े शराब तस्करी गिरोह का हिस्सा हैं।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुरेश कुमार यादव ने कहा: “अवैध शराब तस्करी के खिलाफ हमारी कार्रवाई जारी रहेगी। ऐसे नेटवर्क को तोड़ने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।”
छापामारी टीम की सराहनीय भूमिका
इस कार्रवाई में पु.नि. सुरेंद्र कुमार सिंह (सिसई), पु.अ.नि. कंचन प्रजापति (थाना प्रभारी भरनो), पु.अ.नि. मंटु चौधरी, स.अ.नि. प्रदीप कुमार और अन्य जवान शामिल थे। उनकी त्वरित और साहसिक कार्रवाई से करोड़ों की अवैध शराब गंतव्य तक पहुंचने से पहले ही पकड़ी गई।
अवैध शराब तस्करी पर पुलिस की नजर
झारखंड के कई इलाकों में शराबबंदी नियमों के बावजूद तस्करी की घटनाएं बढ़ रही हैं। गुमला पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि तस्करी रोकने के लिए पुलिस सतर्क है और ऐसे नेटवर्क को खत्म करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
न्यूज़ देखो: जिम्मेदार पुलिसिंग की बड़ी मिसाल
गुमला पुलिस की यह कार्रवाई न सिर्फ कानून व्यवस्था को मजबूत करती है बल्कि यह संदेश भी देती है कि तस्करों के लिए झारखंड सुरक्षित ठिकाना नहीं है। ऐसे प्रयास जनहित में पुलिस की जिम्मेदारी और प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अवैध कारोबार के खिलाफ अब जागरूकता जरूरी
अब समय है कि समाज भी इस लड़ाई में पुलिस का साथ दे। अवैध शराब न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह युवाओं और समाज के स्वास्थ्य के लिए खतरा है। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों व परिवार के साथ शेयर करें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग जागरूक हों।