#BreakingNews #लातेहार #पुलिस_पिटाई_विवाद – धर्मपुर मोड़ पर शव के साथ घंटों सड़क जाम, ग्रामीणों का पुलिस पर हत्या का आरोप
- लातेहार के जालिम खुर्द गांव में दुखी प्रसाद की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
- परिजनों ने शव के साथ सड़क जाम कर किया प्रदर्शन, आरोप लगाया पुलिस पिटाई से मौत हुई
- महिला और बच्चों की भी पिटाई, मोबाइल और सामान ले जाने का आरोप
- पुलिस ने आरोपों को नकारा, कहा ग्रामीणों के हमले में पुलिसकर्मी घायल हुए थे
- पांच ग्रामीणों की गिरफ्तारी, परिजन बोले झूठे मुकदमे में फंसाया गया
- जाम हटाने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया, मेडिकल बोर्ड कर रहा पोस्टमॉर्टम की जांच
गांव में रात की दबिश, दिन में उबाल — मौत से गुस्साए परिजनों ने सड़क पर उतारा गुस्सा
लातेहार सदर थाना क्षेत्र के जालिम खुर्द गांव के रहने वाले 55 वर्षीय दुखी प्रसाद की मौत ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। बुधवार को परिजन शव के साथ धर्मपुर मोड़ पहुंचे और मुख्य सड़क को जाम कर दिया, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई।
परिजनों का आरोप है कि 12 मई की रात पुलिस सादे लिबास में उनके घर पहुंची थी, और बेरहमी से पूरे परिवार की पिटाई की गई, जिसमें महिला और बच्चे भी नहीं बचे। इतना ही नहीं, मोबाइल और घरेलू सामान भी पुलिस कर्मी उठा ले गए। परिजन का दावा है कि दुखी प्रसाद को अंदरूनी चोटें लगी थीं, जिनकी वजह से उनकी मौत हो गई।
पुलिस का पक्ष — अवैध निर्माण की जांच में गई थी टीम, ग्रामीणों ने किया हमला
आठ पुलिसकर्मी घायल होने का दावा, पीड़ित परिवार के आरोपों को बताया झूठा
पुलिस ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि वे अवैध निर्माण की सूचना पर गांव पहुंचे थे, जहां ग्रामीणों द्वारा टीम पर हमला कर दिया गया। इस हमले में थाना प्रभारी समेत आठ पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस का दावा है कि घटना के बाद पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
गिरफ्तार होने वालों में रौशन कुमार, पिंटू कुमार, सुनिल कुमार, पंकज कुमार और जितेन्द्र कुमार साव का नाम शामिल है। परिजनों का आरोप है कि इन सभी को झूठे मुकदमे में फंसाया गया है, और वे इन पर से मुकदमा वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
पुलिस-प्रशासन की मशक्कत के बाद खुला जाम
बल प्रयोग कर हटाया गया जाम, मेडिकल बोर्ड करेगा पोस्टमॉर्टम
प्रदर्शनकारियों को समझाने के लिए जालिम खुर्द गांव की मुखिया सुनीता देवी, एसडीपीओ अरविंद कुमार और अंचलाधिकारी अरविंद देवाशीष टोप्पो मौके पर पहुंचे। हालांकि लोगों ने शुरू में मानने से इनकार कर दिया।
स्थिति बिगड़ने पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा, जिसके बाद दोपहर 12 बजे के आसपास सड़क जाम हटवाया गया।
इस दौरान अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अरविंद कुमार ने जानकारी दी कि:
“पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। परिजन पुलिस पिटाई से मौत का आरोप लगा रहे हैं, जिसकी जांच की जा रही है।”
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