
- गढ़वा जिले के चिनियाँ थाना क्षेत्र में हुए गोलीकांड का पुलिस ने किया खुलासा
- दो अपराधी गिरफ्तार, मनरेगा योजना से जुड़े विवाद के कारण रची गई थी साजिश
- हमले में बच गए पीड़ित योगेन्द्र प्रसाद, गर्दन से ऑपरेशन के बाद निकाली गई गोली
- मुख्य साजिशकर्ता पंचायत उपमुखिया का पति मंदीप यादव
- एसपी दीपक कुमार पांडे ने दी प्रेस वार्ता में पूरी जानकारी
गोलीकांड की गुत्थी सुलझी, दो अपराधी सलाखों के पीछे
गढ़वा जिले के चिनियाँ थाना क्षेत्र में 7 मार्च 2025 को हुए गोलीकांड की गुत्थी आखिरकार गढ़वा पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इसकी जानकारी एसपी दीपक कुमार पांडे ने समाहरणालय सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि इस हमले की जड़ में मनरेगा योजना से जुड़ा विवाद था।
कैसे हुआ हमला?
7 मार्च को करीब 3:30 बजे, सिगसिगाखुर्द गांव के निवासी योगेन्द्र प्रसाद (40 वर्ष) जब तहले घाटी के पास थे, तभी बाइक सवार दो अपराधियों ने उन पर गोली चला दी। हालांकि योगेन्द्र किसी तरह भागकर अपनी जान बचाने में सफल रहे। उनकी गर्दन में फंसी गोली को ऑपरेशन कर निकाला गया। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर है और वे स्वस्थ हैं।
हमले के पीछे की वजह
एसपी दीपक कुमार पांडे ने बताया कि योगेन्द्र प्रसाद और पंचायत उपमुखिया के पति मंदीप यादव के बीच मनरेगा योजना से जुड़े विवाद काफी समय से चले आ रहे थे। योगेन्द्र ने कई योजनाओं में गड़बड़ी का विरोध किया था, जिससे मंदीप यादव और उसके सहयोगियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा। इसी रंजिश के चलते मंदीप यादव ने जेल जाने से पहले नितेश सिंह और अमित कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह के साथ मिलकर योगेन्द्र की हत्या की साजिश रची।
हमले की प्लानिंग और वारदात
- नितेश सिंह और बबलू सिंह ने सफेद अपाची बाइक से तहले घाटी में योगेन्द्र का पीछा किया।
- योगेन्द्र के पहुंचते ही दोनों ने उन पर हमला किया।
- बबलू सिंह ने देसी कट्टे से गोली चलाई, जो योगेन्द्र की गर्दन में जा फंसी।
पुलिस की कार्रवाई और बरामदगी
पुलिस ने त्वरित अनुसंधान और छापेमारी कर मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया:
- अमित कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह (ग्राम करूई, थाना मंझियांव, गढ़वा)
- नितेश कुमार सिंह उर्फ नीतु सिंह (ग्राम गोंगो, थाना पिपराटांड, पलामू)
पुलिस ने अपराधियों से यह सामान बरामद किया:
- एक देसी कट्टा
- 0.315 बोर की एक जिंदा गोली
- घटना में प्रयुक्त सफेद अपाची बाइक (JH-14H-0366)
- दो मोबाइल फोन
- घटना के समय पहनें गए कपड़े
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस छापेमारी अभियान का नेतृत्व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रंका रोहित रंजन सिंह ने किया। साथ ही, चिनियाँ थाना प्रभारी अमित कुमार और उनकी टीम की भूमिका भी अहम रही। पुलिस अन्य संबंधित अपराधियों की तलाश में लगातार तत्पर है।
गढ़वा पुलिस की इस कार्रवाई ने यह साबित किया कि अपराध कितना भी संगठित हो, कानून के हाथों से बच नहीं सकता। मनरेगा योजना जैसी जनकल्याणकारी योजनाओं के दुरुपयोग पर ऐसे सख्त कदम जरूरी हैं। क्या अब प्रशासन इस तरह के विवादों को रोकने के लिए कोई विशेष योजना बनाएगा? न्यूज़ देखो आपके लिए ऐसी हर महत्वपूर्ण खबर लाता रहेगा। हर खबर पर रहेगी हमारी नज़र!