#लातेहार #पुलिसएक्शन : कोल माफिया के खूनी खेल का खुलासा—एसआईटी ने हथियार और सबूत के साथ गिरोह को किया बेनकाब
- मगध कोलियरी, फुलबसिया और टोरी कोल साइडिंग पर हाल की आगजनी और गोलीबारी से दहशत फैली थी।
- राहुल दुबे गिरोह के 6 गुर्गे गिरफ्तार, कई जिलों में की गई छापामारी।
- घटना में इस्तेमाल 7.65 mm पिस्तौल, जिंदा कारतूस और मोटरसाइकिल बरामद।
- गिरोह के पास से मोबाइल ऐप के जरिए बातचीत के सबूत भी मिले।
- पकड़े गए आरोपियों में से दो अपराधी अमन साहु गिरोह से जुड़े रहे थे।
लातेहार जिले के कोयला क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से फैली दहशत अब कम होती नजर आ रही है। मगध कोलियरी (18 जुलाई), टोरी साइडिंग (9 जुलाई) और फुलबसिया साइडिंग (5 जुलाई) पर हुई आगजनी और गोलीबारी की घटनाओं के बाद जिला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राहुल दुबे गिरोह के छह अपराधियों को दबोच लिया है। पुलिस अधीक्षक लातेहार के निर्देश पर गठित एसआईटी ने यह सफलता हासिल की, जिसने कई जिलों में लगातार छापामारी कर अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की।
अपराध का सिलसिला और दहशत का माहौल
राहुल दुबे गिरोह ने कोयला साइडिंग पर कब्जा जमाने और वसूली के इरादे से इन वारदातों को अंजाम दिया था। इन घटनाओं के दौरान अंधाधुंध फायरिंग कर मजदूरों और कंपनी कर्मियों को आतंकित किया गया, वहीं संपत्तियों को आग के हवाले कर करोड़ों का नुकसान पहुंचाया गया। इस आपराधिक खेल ने न सिर्फ स्थानीय व्यवसायियों बल्कि आम जनता में भी भय का माहौल पैदा कर दिया था।
एसआईटी की रणनीति और कार्रवाई
घटनाओं के बाद लातेहार पुलिस अधीक्षक ने एसआईटी का गठन कर सटीक सूचना और तकनीकी इनपुट के आधार पर जांच शुरू की। टीम ने कई दिनों तक गुप्त छापामारी कर गिरोह के छह सक्रिय गुर्गों को धर दबोचा। गिरफ्तार अपराधियों ने पूछताछ में तीनों घटनाओं में शामिल होने की बात कबूल की और पुलिस को घटना में इस्तेमाल हथियारों और वाहनों की बरामदगी कराई।
बरामद हथियार और डिजिटल सबूत
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से 7.65 mm का पिस्तौल, पांच जिंदा कारतूस, एक मोटरसाइकिल और छह मोबाइल फोन बरामद किए। खास बात यह रही कि अपराधियों के मोबाइल में एक स्पेशल ऐप इंस्टॉल मिला, जिसके जरिए गिरोह के सरगना राहुल दुबे और अन्य सदस्यों के बीच बातचीत होती थी। यह डिजिटल सबूत पुलिस के लिए केस को मजबूत बनाने में मददगार साबित होगा।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए अपराधियों में बालेश्वर कुमार उर्फ सत्या (24), शंकर महतो (30), मुकेश कुमार (21), मनोज कुमार साव (28), सागर कुमार (25) और बबलू कुमार (28) शामिल हैं। इनमें से बालेश्वर और शंकर का आपराधिक इतिहास बेहद गंभीर है। दोनों पहले अमन साहु गिरोह से जुड़े रहे थे और उनके खिलाफ कई संगीन मामले दर्ज हैं।
पुलिस टीम का सराहनीय योगदान
इस पूरी कार्रवाई में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विनोद रवानी के नेतृत्व में बालूमाथ, बारियातु और चंदवा थाना क्षेत्रों की पुलिस टीमों, तकनीकी शाखा और सशस्त्र बल ने संयुक्त रूप से अहम भूमिका निभाई।
न्यूज़ देखो: कोयला तस्करी और अपराध पर सख्त वार
यह कार्रवाई साबित करती है कि लातेहार पुलिस अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। कोयला साइडिंग को लंबे समय से अपराधियों के चंगुल से मुक्त कराना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती रही है। इस मामले में त्वरित और सटीक कार्रवाई ने आम नागरिकों में भरोसा जगाया है कि कानून का शिकंजा कितना मजबूत है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अपराध मुक्त लातेहार की ओर—आपकी भूमिका भी जरूरी
अब वक्त है कि हम सभी सजग नागरिक बनकर अपने आसपास हो रही संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी पुलिस तक पहुंचाएं। कानून व्यवस्था बनाए रखने में आपकी भागीदारी उतनी ही जरूरी है जितनी पुलिस की कार्रवाई। अपनी राय कमेंट में लिखें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि जागरूकता फैले।