
- 20 फरवरी को हुई मैट्रिक की विज्ञान सैद्धांतिक परीक्षा का पेपर लीक हुआ।
- जैक की जांच में पेपर लीक की खबर सही साबित हुई।
- जांच के लिए हाई लेवल कमेटी का गठन किया जाएगा।
- गिरिडीह में पहले भी प्रश्नपत्र लीक की खबरें आई थीं, जिसे पहले खंडित किया गया था।
- छात्र नेताओं ने जैक सचिव से मिलकर पूरे मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की।
पेपर लीक की पुष्टि और जैक की कार्रवाई
रांची में 20 फरवरी को आयोजित मैट्रिक की विज्ञान सैद्धांतिक परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने की खबर से हड़कंप मच गया है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की जांच में यह खबर सही पाई गई है। जैक अध्यक्ष नटवा हांसदा ने बताया कि गुरुवार सुबह 9:45 बजे जैसे ही प्रश्नपत्र खोला गया, उसका मिलान किया गया और पेपर लीक की पुष्टि हुई।
इस मामले को लेकर मुख्य सचिव अलका तिवारी ने हाई लेवल मीटिंग की। जैक अध्यक्ष ने कहा कि विज्ञान सैद्धांतिक की परीक्षा रद्द करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, साथ ही इस पूरे मामले की गहराई से जांच के लिए एक हाई लेवल कमेटी का गठन किया जाएगा।
गिरिडीह में पहले भी आई थी पेपर लीक की खबर
आपको बता दें कि 19 फरवरी को गिरिडीह में भी मैट्रिक परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने की खबर आई थी। कई छात्रों से प्रश्नपत्र के लिए तीन-तीन हजार रुपये लिए जाने की सूचना मिली थी। उस समय जैक और गिरिडीह के जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इन खबरों को खंडित किया था।

छात्र नेता देवेंद्र महतो ने जैक सचिव जयंत मिश्रा से मिलकर पूरे मामले की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि 18 फरवरी को हिंदी विषय का प्रश्नपत्र एक दिन पहले, यानी 17 फरवरी की रात को लीक हो गया था। जैक सचिव से मुलाकात के दौरान महतो ने व्हाट्सएप पर वायरल विज्ञान सैद्धांतिक के प्रश्नपत्र को भी दिखाया और पूरे मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की थी।
न्यूज़ देखो
झारखंड में शिक्षा व्यवस्था को लेकर सामने आ रही इन चौंकाने वाली खबरों से जुड़े हर अपडेट के लिए बने रहिए ‘न्यूज़ देखो’ के साथ, क्योंकि हर खबर पर रहेगी हमारी नजर!