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बिग ब्रेकिंग: सुनील पासवान हत्याकांड का खुलासा: तीन आरोपी गिरफ्तार, हथियार और बाइक बरामद

#Garhwa #MurderCase : जमीन विवाद में रची गई साजिश — विकास दुबे के घर बनी थी हत्या की योजना

गढ़वा जिले में सुनील पासवान हत्याकांड ने सनसनी फैला दी थी। अब पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए कांडी थाना क्षेत्र के मंडरा गांव में हुई हत्या में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इनके पास से हत्या में प्रयुक्त दो मोटरसाइकिल और एक देशी कट्टा के साथ दो जिंदा गोली बरामद हुई है। यह खुलासा गढ़वा के एसडीपीओ नीरज कुमार ने शुक्रवार को आयोजित प्रेस वार्ता में किया।

टंडवा में बनी थी हत्या की साजिश

एसडीपीओ नीरज कुमार ने बताया कि इस हत्याकांड की योजना गढ़वा शहर के टंडवा स्थित विकास दुबे के घर पर एक दिन पहले ही बनाई गई थी। जमीन विवाद को लेकर उपजे तनाव ने इस अपराध को जन्म दिया। पुलिस ने बताया कि विपुल धर दुबे (लोटो गांव), रोहित दुबे (लात दाग गांव), और साकेत चौबे उर्फ रोहित चौबे (पालहे गांव) को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी प्राथमिकी अभियुक्त हैं।

कैसे हुआ था हमला?

पुलिस के अनुसार, 30 जुलाई की सुबह करीब 7:30 बजे सुनील पासवान मवेशी चराने निकले थे। उसी समय दो मोटरसाइकिल पर सवार चार अपराधियों ने उन्हें गोली मार दी। मौके पर ही सुनील की मौत हो गई। यह विवाद एक विवादित भूमि को जबरन जोतने को लेकर हुआ था, जिसका सुनील और उनके साथियों ने विरोध किया था।

अभियुक्तों की निशानदेही पर बरामदगी

पुलिस अधीक्षक के आदेश पर गठित एआईटी टीम की छापेमारी में सबसे पहले साकेत चौबे की गिरफ्तारी हुई। उसकी निशानदेही पर एक मोटरसाइकिल, देशी कट्टा और दो जिंदा गोली बरामद की गई। इसके बाद रोहित दुबे पकड़ा गया। उसकी स्वीकारोक्ति के बाद दीपक पांडे की बहन के घर अंचला नावाडीह से दूसरी मोटरसाइकिल बरामद हुई। अंत में विपुल धर दुबे को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

विकास दुबे का नाम आया सामने

पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये आरोपी विकास दुबे के लिए काम करते हैं और जमीन का कारोबार करते हैं। उन्होंने बताया कि हत्या की योजना 29 जुलाई को टंडवा स्थित विकास दुबे के घर पर बनाई गई थी। वहां से सभी अपराधी मंडरा गांव में राजेश पांडे और दीपक पांडे के घर पहुंचे और अगले दिन सुबह घटना को अंजाम दिया।

एसडीपीओ नीरज कुमार ने कहा: “मामले में फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। जल्द ही सभी आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।”

पुलिस टीम ने की बड़ी कार्रवाई

गिरफ्तारी अभियान में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतेंद्र कुमार सिंह, पुलिस निरीक्षक सुनील कुमार तिवारी, थाना प्रभारी बृज कुमार सहित बड़ी संख्या में शस्त्र बल के जवान शामिल रहे।

न्यूज़ देखो: कानून के शिकंजे में आया संगठित अपराध

यह मामला सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि जमीन विवाद और अपराधियों के गठजोड़ की खतरनाक तस्वीर पेश करता है। गढ़वा पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने कानून के प्रति विश्वास बढ़ाया है, लेकिन फरार अपराधियों की गिरफ्तारी ही इस लड़ाई को पूरा करेगी। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

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