बड़ी खबर: रांची में पीएलएफआई की दुस्साहसिक वारदात, टाइल्स फैक्ट्री पर ताबड़तोड़ फायरिंग

#रांची #पीएलएफआईआतंक — उग्रवादियों की हरकत सीसीटीवी में कैद, शहर की सुरक्षा पर उठे सवाल

देर रात की वारदात से इलाके में दहशत

रांची, 12 जून — राजधानी रांची के खरसिदाग ओपी थाना क्षेत्र स्थित हिंदुस्तान टाइल्स फैक्ट्री पर पीएलएफआई उग्रवादियों ने बुधवार की रात खौफनाक वारदात को अंजाम दिया
रात लगभग 11 बजे के आसपास बाइक पर सवार दो उग्रवादी फैक्ट्री गेट पर पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग कर फरार हो गए। इसके साथ ही एक धमकी भरा पत्र भी वहां फेंका गया, जिसमें फैक्ट्री प्रबंधन को “बुरा अंजाम भुगतने” की चेतावनी दी गई है।

लेटर हेड पर धमकी : “बहुत बुरा अंजाम होगा”

फैक्ट्री गेट पर छोड़े गए पर्चे में पीएलएफआई के सब जोनल कमांडर की ओर से लिखा गया है:

“तुम लोगों को समझाते हैं, तो समझते नहीं हो। बहुत बुरा अंजाम होगा। जल्द पीएलएफआई कमांडर से संपर्क करो, नहीं तो आगे अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो।”

इस पर्चे को पुलिस ने जब्त कर लिया है और अब इसकी फोरेंसिक जांच भी कराई जाएगी।

सीसीटीवी में कैद हुई पूरी वारदात

फैक्ट्री के सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि तुपुदाना की ओर से आए बाइक सवार दो युवक फैक्ट्री गेट पर पहुंचे।
बाइक में पीछे बैठे युवक ने फैक्ट्री के गेट पर पिस्तौल से ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं
इसके बाद एक पत्र पत्थर में लपेटकर फेंका गया और दोनों उग्रवादी तुपुदाना ओपी की ओर फरार हो गए

पुलिस के लिए सुरक्षा पर सवाल

शहर के शहरी क्षेत्र में इस प्रकार की उग्रवादी घटना से लॉ एंड ऑर्डर पर गंभीर सवाल खड़े हुए हैं
तुपुदाना और उसके आसपास के इलाकों में कभी पीएलएफआई का प्रभाव रहा है, लेकिन बीते कुछ वर्षों से शांति बनी हुई थी
अब इस वारदात के बाद फिर से पुराने आतंक की आशंका गहराने लगी है

“हम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच कर रहे हैं। जल्द ही अपराधियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी। पीएलएफआई की गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है।”
पुलिस अधिकारी, खरसिदाग ओपी

न्यूज़ देखो : शहर की सुरक्षा को लेकर गंभीर सोच की जरूरत

न्यूज़ देखो मानता है कि राजधानी जैसे संवेदनशील शहर में ऐसी उग्रवादी घटनाएं चिंताजनक हैं
सुरक्षा तंत्र को और चौकस और सतर्क बनाना आज की सबसे बड़ी जरूरत है, ताकि किसी भी आतंक की कोशिश को समय रहते नाकाम किया जा सके
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

आतंक का जवाब है एकजुटता

शहर के नागरिकों को भी चाहिए कि संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें और प्रशासन को सूचित करें
आतंक के खिलाफ पुलिस और जनता की साझी ताकत ही समाज को सुरक्षित रख सकती है

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