#पलामू #प्रशासनपरसवाल : ऊंटारी रोड प्रखंड कार्यालय में शुद्धिकरण मद की राशि पर उठे सवाल — कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल और BDO के बीच तीखी बहस
- 2024-25 में मिले फंड के बावजूद प्रखंड कार्यालय में बुनियादी सुविधाओं का अभाव।
- कांग्रेस कमेटी ने शुद्धिकरण मद में घोर अनियमितता का लगाया आरोप।
- ज्ञापन सौंपते हुए BDO से खुली बहस, बोले नेता — “फंड खर्च का कोई असर ज़मीनी स्तर पर नहीं दिखता”।
- शुद्ध पेयजल, साफ़-सफाई, छत मरम्मत जैसी मूलभूत चीजें अब भी अनुपस्थित।
- कांग्रेस की मांग: उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर कार्रवाई हो।
कांग्रेस की दो टूक: जब काम नहीं हुआ, तो पैसा कहां गया?
ऊंटारी रोड प्रखंड कांग्रेस कमेटी ने प्रशासन के सामने खुली चुनौती पेश कर दी है। प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) को सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि शुद्धिकरण मद में जो राशि प्रखंड कार्यालय को मिली थी, वह पूरी तरह खर्च दिखाई जा रही है, जबकि कार्यालय की वास्तविक स्थिति बेहद दयनीय है। प्रकाश व्यवस्था, छत की मरम्मत, साफ-सुथरे शौचालय और पेयजल जैसी आवश्यक सुविधाएं आज भी लचर हैं।
प्रखंड अध्यक्ष संजीव कुमार सिंह उर्फ रिंकू सिंह ने कहा: “यदि कोई भी आम नागरिक या पत्रकार कार्यालय का दौरा करे, तो उन्हें यह साफ दिखेगा कि फंड का उपयोग कहीं नहीं हुआ। यह सीधा भ्रष्टाचार है।”
BDO और कांग्रेस प्रतिनिधियों के बीच तीखी बहस
ज्ञापन सौंपने के बाद BDO और कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के बीच काफी गर्मागरम बहस हुई। कांग्रेस नेताओं ने सीधा सवाल उठाया कि “कौन से कार्यों पर फंड खर्च हुआ?” और “किसके माध्यम से यह कार्य किया गया?”। प्रशासनिक पक्ष से स्पष्ट जवाब नहीं मिलने पर प्रतिनिधियों ने इसे घोर लापरवाही और संभवतः फर्जीवाड़ा करार दिया।
कांग्रेस नेता मनोज पांडेय ने कहा: “शुद्धिकरण के नाम पर सिर्फ कागजों पर काम हुआ है। जनता को धोखा दिया जा रहा है। हम इसकी जांच करवाकर ही रहेंगे।”
कांग्रेस की मांग: पारदर्शी जांच और जवाबदेही तय हो
कांग्रेस कमेटी ने अपनी मांगों में साफ कहा है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और यदि कोई कर्मचारी या पदाधिकारी दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ वित्तीय गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की धाराओं में मामला दर्ज किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो वे प्रखंड मुख्यालय में धरना देने को भी बाध्य होंगे।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने कहा: “सरकार की योजनाओं को प्रशासन पलीता लगा रहा है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
न्यूज़ देखो: जनता के पैसे से खिलवाड़ नहीं चलेगा
ऊंटारी रोड की यह स्थिति बताती है कि कैसे जनता के नाम पर आए सरकारी फंड कभी-कभी कार्यालय की चारदीवारी के भीतर ही गुम हो जाते हैं। यह मामला सिर्फ एक प्रखंड कार्यालय की बदहाली नहीं, बल्कि सिस्टम की पारदर्शिता पर भी सवालिया निशान है। न्यूज़ देखो मांग करता है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और जो भी दोषी हो, उसे जवाबदेह ठहराया जाए।
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जवाबदेही ही पारदर्शिता की पहली सीढ़ी है
प्रशासन अगर जनता की सेवा में है, तो उसे जनता के सवालों का जवाब देना ही होगा। भ्रष्टाचार के विरुद्ध एकजुट आवाज ही हमारे लोकतंत्र की असली ताकत है। आप भी इस खबर को अपने साथियों के बीच साझा करें, राय ज़रूर दें, और जागरूक नागरिक बनने में सहयोग करें।