#सिमडेगा #दुष्कर्मकांड : पिता के संरक्षण में बेटे ने नाबालिक से किया दुष्कर्म—पुलिस जांच में सनसनीखेज तथ्य उजागर
- कोलेबिरा थाना क्षेत्र में नाबालिक से दुष्कर्म का मामला।
- आरोपी बेटे को पिता ने दिया था संरक्षण, पुलिस जांच में खुलासा।
- पीड़िता के साथ चार दिनों तक घर में रखकर किया गया दुष्कर्म।
- आरोपी ने बनाया अश्लील वीडियो और वायरल करने की कोशिश।
- पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा, मामला संगीन।
घटना का खुलासा और मामला दर्ज
सिमडेगा जिले के कोलेबिरा थाना क्षेत्र में नाबालिक से दुष्कर्म और अपहरण के मामले ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि आरोपी, जो खुद नाबालिक है, ने पीड़िता का अपहरण कर उसे चार दिनों तक अपने घर में रखा और बार-बार दुष्कर्म किया। यही नहीं, आरोपी ने इस दौरान पीड़िता का अश्लील वीडियो भी बनाया और उसे वायरल करने का प्रयास किया।
पीड़िता के परिवार ने घटना की जानकारी मिलते ही कोलेबिरा थाने में अपहरण, दुष्कर्म और अश्लील वीडियो बनाने के आरोप में मामला दर्ज कराया। शिकायत दर्ज होते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ लिया और उसे बाल संप्रेषण गृह भेजा गया।
पुलिस जांच में चौंकाने वाला मोड़
थाना प्रभारी हर्ष कुमार शाह ने बताया कि प्रारंभिक जांच के दौरान पुलिस को इस मामले में आरोपी के पिता की भूमिका संदिग्ध लगी। गहन जांच में यह साफ हुआ कि पूरी घटना के दौरान आरोपी के पिता ने बेटे को संरक्षण दिया था और उसे छिपाने में मदद की। यही नहीं, पिता को इस बात की पूरी जानकारी थी कि नाबालिक लड़की को घर में रखा गया है और उसके साथ दुष्कर्म हो रहा है।
थाना प्रभारी हर्ष कुमार शाह ने कहा: “पुलिस अनुसंधान में यह तथ्य सामने आया है कि आरोपी के पिता ने उसे संरक्षण प्रदान किया। अपहरण और दुष्कर्म की इस घटना में उनकी मिलीभगत साबित हुई है। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पिता को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।”
पीड़िता की हालत और प्रशासन की सतर्कता
पीड़िता को फिलहाल सुरक्षित स्थान पर रखा गया है और उसे काउंसलिंग दी जा रही है। प्रशासन ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है। थाना प्रभारी ने स्पष्ट कहा कि नाबालिक अपराधियों और उनके संरक्षणकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
कोलेबिरा में बढ़ी सुरक्षा और जनचेतना की जरूरत
यह घटना न सिर्फ कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि समाज के सामने एक बड़ा सवाल भी खड़ा करती है। प्रशासन का मानना है कि बच्चों में अपराध प्रवृत्ति रोकने और परिवार को सजग बनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाना जरूरी है।
न्यूज़ देखो: अपराध पर जीरो टॉलरेंस, कानून का सख्त चेहरा
इस पूरे मामले में कोलेबिरा पुलिस की तत्परता ने यह साबित कर दिया कि कानून के सामने कोई भी अपराधी सुरक्षित नहीं है, चाहे वह नाबालिक ही क्यों न हो। साथ ही, संरक्षण देने वालों को भी बख्शा नहीं जाएगा। इस कार्रवाई ने समाज को यह संदेश दिया है कि न्याय के रास्ते में बाधा बनने वाले खुद कानून की पकड़ में आएंगे।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सजग रहें, सुरक्षित समाज बनाएं
समाज में ऐसे अपराधों की रोकथाम तभी संभव है जब हर नागरिक सजग और जागरूक बने। यदि आप भी कहीं इस तरह की घटनाओं के गवाह बनते हैं, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें।
इस खबर पर अपनी राय जरूर दें, इसे शेयर करें और अपने मित्रों को भी जागरूक करें।