
#जमुआ #राशन_घोटाला : लताकी पंचायत में राशन वितरण को लेकर गंभीर आरोप — ईंट-पत्थर से बायोमैट्रिक सत्यापन कर डीलर ने किया कार्डधारकों से धोखा, जून महीने का राशन नहीं मिला
- कार्डधारक शंभु हाजरा ने डीलर पर गंभीर आरोप लगाए
- जून महीने के तीन महीने के राशन की आपूर्ति नहीं की गई
- बायोमैट्रिक मशीन में ईंट-पत्थर रखवाकर छाप ली जाती है अंगुली
- राशन नहीं देने की शिकायत से ग्रामीणों में भारी आक्रोश
- प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी से उच्चस्तरीय जांच की मांग
लताकी पंचायत में डीलर की करतूत से गुस्से में ग्रामीण
गिरिडीह जिले के जमुआ प्रखंड की लताकी पंचायत में राशन वितरण में भारी गड़बड़ी का मामला सामने आया है।
यह घोटाला तब उजागर हुआ जब कार्डधारक शंभु हाजरा ने प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को आवेदन देकर राशन डीलर की शिकायत की।
उन्होंने आरोप लगाया कि डीलर द्वारा जून माह में मिलने वाले तीन महीने के राशन की आपूर्ति नहीं की गई।
बायोमैट्रिक सत्यापन में ईंट-पत्थर का इस्तेमाल
शंभु हाजरा का आरोप है कि डीलर वेट मशीन में ईंट-पत्थर रखकर कार्डधारकों से अंगूठे की छाप लेते हैं,
ताकि डिजिटल सिस्टम में राशन वितरित दिखाया जा सके, लेकिन वास्तव में राशन नहीं दिया जाता।
यह न केवल घोर अनियमितता है, बल्कि सीधे तौर पर कालाबाजारी को भी दर्शाता है।
शंभु हाजरा ने आरोप लगाया: “डीलर जानबूझकर तकनीकी व्यवस्था का दुरुपयोग कर रहा है। यह गरीबों के साथ अन्याय है और इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।”
ग्रामीणों में आक्रोश, जांच की उठी मांग
घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों में जबरदस्त गुस्सा देखा गया।
लोगों का कहना है कि वे तीन महीने से बिना राशन के हैं, जबकि सिस्टम में राशन उठाव दिखाया गया है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल जांच की मांग की है ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके।
इस तरह की घटनाएं गरीब लाभुकों के अधिकारों का सीधा हनन हैं, और इससे सरकारी योजनाओं की साख पर भी असर पड़ता है।
न्यूज़ देखो: योजनाओं के नाम पर लूट, जवाबदेही जरूरी
सरकार द्वारा चलाई जा रही सार्वजनिक वितरण प्रणाली गरीबों के जीवन का आधार है, लेकिन जब स्थानीय डीलर ही उसमें घोटाला करने लगें, तो यह गंभीर चिंता का विषय बन जाता है।
‘न्यूज़ देखो’ का प्रयास है कि ऐसी घटनाओं को उजागर कर प्रशासन को जवाबदेह बनाए और हर जरूरतमंद को उनका अधिकार दिलाया जा सके।
जमुआ प्रखंड प्रशासन को इस प्रकरण में तत्काल संज्ञान लेकर सख्त कदम उठाना चाहिए।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अब बोलने का समय है, चुप रहने का नहीं
यदि आप भी राशन वितरण में गड़बड़ी या किसी अनियमितता के गवाह बने हैं, तो आगे आइए और आवाज़ उठाइए।
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