#बिहार #शिक्षक_स्थानांतरण : राज्य सरकार की शिक्षक बहाली प्रक्रिया में नया मोड़ — TRE-1 और TRE-2 के अंतर्गत चयनित शिक्षकों के लिए पारस्परिक और विशेष श्रेणियों के आधार पर स्थानांतरण नीति स्पष्ट — अब ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने की सुविधा भी उपलब्ध
- TRE-1 और TRE-2 के तहत 2.16 लाख से अधिक शिक्षकों की बहाली
- 7 श्रेणियों में 1.90 लाख शिक्षकों से स्थानांतरण हेतु ऑनलाइन आवेदन प्राप्त
- 173076 शिक्षकों ने अपने आवंटित जिलों में योगदान किया
- शिकायतों के लिए ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर सुविधा उपलब्ध
- पुरुष शिक्षकों का अंतर जिला स्थानांतरण फिलहाल लंबित
- पारस्परिक स्थानांतरण के लिए विकल्प और दिशा-निर्देश जारी
शिक्षक स्थानांतरण प्रक्रिया में पारदर्शिता और सहानुभूति
बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, TRE-1 और TRE-2 के माध्यम से 2,16,732 विद्यालय अध्यापकों की बहाली की गई। नवम्बर 2023 और जनवरी 2024 में जिला और विद्यालय का आवंटन सॉफ़्टवेयर आधारित रैंडमाइजेशन से किया गया, जिनमें से 1,73,076 शिक्षकों ने योगदान दिया।
हालांकि, बड़ी संख्या में शिक्षक अपेक्षित/चयनित विद्यालय या जिला न मिलने से असंतुष्ट थे। इसे ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने 7 विशेष श्रेणियों के अंतर्गत ऑनलाइन स्थानांतरण आवेदन मांगे, जिनमें असाध्य रोग, दिव्यांगता, पति-पत्नी का स्थानांतरण, विधवा/परित्यक्ता, मानसिक विकलांगता जैसे संवेदनशील कारण शामिल हैं।
शिक्षकों की शिकायतों का ऑनलाइन समाधान
स्थानांतरण प्रक्रिया के बाद कई शिक्षकों ने विभाग को सूचित किया कि उन्हें दिए गए 10 विकल्पों में से कोई विकल्प नहीं मिला।
इस पर शिक्षा विभाग ने पत्रांक 45/गो०, दिनांक 25.06.2025 के जरिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं और कहा कि:
“शिकायतें ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर दर्ज की जा सकती हैं। सभी मामलों का निपटारा जिला स्थापना समिति द्वारा किया जाएगा।”
महिलाओं को मिला प्राथमिकता, पुरुषों के लिए प्रक्रिया प्रगति पर
सातवीं श्रेणी (दूरी के आधार पर स्थानांतरण) के तहत महिला शिक्षकों का अंतर जिला स्थानांतरण पहले ही मुख्यालय से किया जा चुका है।
पुरुष शिक्षकों का स्थानांतरण रिक्ति, छात्र-शिक्षक अनुपात और प्रतिस्थानी शिक्षक की उपलब्धता के आधार पर जल्द किया जाएगा।
पारस्परिक स्थानांतरण का भी विकल्प खुला
शिक्षा विभाग ने पत्रांक 46/गो०, दिनांक 26.06.2025 द्वारा पारस्परिक स्थानांतरण का विकल्प भी दिया है।
यह पूरी तरह स्वैच्छिक है, यानी शिक्षक चाहें तो इसका उपयोग कर सकते हैं, यह कोई बाध्यता नहीं है।
न्यूज़ देखो: शिक्षकों के हक़ में पारदर्शी नीतियों की ओर एक बड़ा कदम
बिहार सरकार द्वारा शिक्षक स्थानांतरण प्रक्रिया में पारदर्शिता, सहानुभूति और डिजिटल समाधान के जरिए नई मिसाल पेश की जा रही है।
ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर शिकायतों का निवारण और विशेष श्रेणियों पर प्राथमिकता से स्थानांतरण जैसी नीतियां शिक्षकों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाती हैं।
‘न्यूज़ देखो’ का मानना है कि ऐसी पहलें न सिर्फ शैक्षणिक व्यवस्था को बेहतर बनाती हैं, बल्कि शिक्षक-प्रशासन के बीच भरोसे को भी मजबूत करती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षकों की समस्याओं का समाधान अब एक क्लिक दूर
सरकार का प्रयास यही है कि शिक्षक तनावमुक्त होकर छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें।
यदि आप या आपके परिचित शिक्षक इस प्रक्रिया से संबंधित हैं, तो उन्हें ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने के लिए अवश्य जानकारी दें।
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