
हाइलाइट्स :
- राजेश राम ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के रूप में संभाली जिम्मेदारी
- कार्यकर्ताओं ने किया भव्य स्वागत
- राजद के साथ गठबंधन और सीट बंटवारे पर सस्पेंस बरकरार
- पार्टी को फिर से मजबूत करने का लिया संकल्प
गठबंधन पर सवाल, लेकिन जवाब नहीं!
बिहार में कांग्रेस की राजनीति एक नया मोड़ ले चुकी है। राजेश राम ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के रूप में पहली बार पार्टी कार्यालय पहुंचकर अपनी नई पारी की शुरुआत की। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य और जोशीला स्वागत किया।
जब राजद के साथ सीट शेयरिंग को लेकर उनसे सवाल पूछा गया, तो उन्होंने सीधे जवाब देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, “यह चर्चा करने का सही समय नहीं है। जब चुनाव आएगा, तब हाईकमान इस पर फैसला लेगा।”
इस बयान से साफ है कि कांग्रेस अभी अपनी रणनीति उजागर करने से बच रही है और सीट बंटवारे को अंतिम समय तक लेकर मोलभाव करने का संकेत दे रही है।
सीढ़ियों पर सिर झुका प्रणाम, पार्टी को फिर से खड़ा करने का संकल्प!
प्रदेश कार्यालय पहुंचते ही राजेश राम ने परंपरागत तरीके से सीढ़ियों पर सिर झुकाकर प्रणाम किया और पार्टी के दिग्गज नेताओं की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया। यह इशारा था कि वे कांग्रेस की जड़ों से जुड़े रहकर संगठन को फिर से खड़ा करने का संकल्प ले चुके हैं।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “फिलहाल मेरी प्राथमिकता पार्टी को मजबूत करना है। मैं संगठन को फिर से खड़ा करूंगा और कांग्रेस को उसका खोया हुआ गौरव लौटाने के लिए काम करूंगा।”
कांग्रेस की रणनीति पर ‘न्यूज़ देखो’ की नजर
क्या कांग्रेस सीट बंटवारे में अपनी शर्तें मनवा पाएगी? क्या राजेश राम कांग्रेस को फिर से बिहार में मजबूती दिला पाएंगे? इन सवालों का जवाब आने वाले समय में मिलेगा। तब तक बिहार की राजनीति से जुड़े हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए ‘न्यूज़ देखो’ के साथ, क्योंकि हर खबर पर रहेगी हमारी नज़र।