
#पटना #बिहार_मौसम_बुलेटिन | पूर्वी जिलों में भारी मौसम गतिविधियों की चेतावनी, किसान रहें सतर्क
- 11 से 15 अप्रैल 2025 तक राज्य के कई हिस्सों में तेज हवा और मेघगर्जन की चेतावनी
- पूर्वी और उत्तर-पूर्वी बिहार में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना
- कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी – गेहूं की जल्द कटाई करें, सब्जियों की सुरक्षा पर दें ध्यान
- तेज हवाओं के चलते सिंचाई और कीटनाशक छिड़काव में सावधानी की सलाह
- मूंग, उड़द और जिमीकंद की बुआई के लिए अनुकूल मौसम
मौसम में अचानक आएगा बदलाव, बिजली और आंधी से बढ़ेगा खतरा
भारत मौसम विज्ञान विभाग, पटना द्वारा जारी साप्ताहिक कृषि मौसम बुलेटिन में अगले पांच दिनों तक बिहार के कई हिस्सों में तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। 11 अप्रैल को किशनगंज, अररिया, पूर्णिया में 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवा चलने और वज्रपात की आशंका है। कटिहार और सुपौल में भी 30-40 किमी/घंटा की गति से हवा चल सकती है।
12 से 15 अप्रैल तक राज्य के पूर्वी, दक्षिण-मध्य और उत्तर-मध्य भागों में भी मौसम खराब रहने का अनुमान है, जिससे फसलों को नुकसान पहुंच सकता है।
फसलों पर असर और किसानों को मौसम आधारित सलाह
मूंग और उड़द की बुआई के लिए सुनहरा अवसर
हल्की बारिश से खेतों में नमी बढ़ी है, जिससे किसानों को 15 अप्रैल तक मूंग और उड़द की बुआई पूरी करने की सलाह दी गई है। साथ ही, बुआई से पहले प्रति हेक्टेयर 20 किलो नाइट्रोजन, 40 किलो फास्फोरस, 20 किलो पोटाश और 20 किलो सल्फर डालने की अनुशंसा की गई है।
सब्जियों और जिमीकंद की खेती में सावधानी बरतें
गर्मी की सब्जियों जैसे कद्दू, भिंडी, खीरा आदि में कीट प्रकोप की आशंका को देखते हुए मैलाथियान या डाइमेथोएट का छिड़काव करने की सलाह दी गई है। जिमीकंद की बोवाई के लिए भी मौसम अनुकूल है, पर बीज को ट्राइकोडरमा विरिडी से उपचारित करना आवश्यक बताया गया है।
गेहूं और मक्का की कटाई में तेजी
पूर्वी चंपारण, मधुबनी और दरभंगा के किसानों को चेतावनी दी गई है कि वे जल्द से जल्द गेहूं की कटाई कर लें, क्योंकि बारिश से फसल के खराब होने का खतरा है। मक्का में फाल आर्मी वर्म से सुरक्षा के लिए इमामेक्टिन बैंजोएट का छिड़काव किया जाए।
आम और पपीता बागवानी पर विशेष निगरानी
आम के बागानों में मैंगो हॉपर और मैंगो मीली बग पर नियंत्रण हेतु कीटनाशक छिड़काव की सलाह दी गई है। पपीते की रोपाई ऊंचे मेंड़ों पर करने और जल निकासी की व्यवस्था बनाए रखने की हिदायत दी गई है।
किसान सतर्क रहें, फसलों और जानवरों की सुरक्षा करें
तेज हवा, वज्रपात और बारिश से खेतों में जलभराव, फसलों के गिरने और जानवरों के घायल होने की आशंका है। किसानों से अनुरोध है कि वे:
- सिंचाई सिर्फ शाम को करें
- कटे हुए अनाज और तैयार सब्जियों को सुरक्षित स्थान पर रखें
- आंधी और बिजली के समय खेतों में न जाएं
- पशुओं को खुले में न छोड़ें
न्यूज़ देखो : मौसम और खेती से जुड़े हर अपडेट के लिए जुड़े रहिए
न्यूज़ देखो आपके लिए लाता है सबसे भरोसेमंद और त्वरित कृषि और मौसम संबंधित खबरें। मौसम की हर चाल, फसल की हर स्थिति और सरकारी दिशा-निर्देशों पर हमारी टीम की पैनी नजर है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो कृपया इसे रेट करें और नीचे कमेंट में अपनी राय दें।