बिहार में अग्निशमन सेवाओं को हाइटेक बनाने के लिए आधुनिक कमांड कंट्रोल रूम तैयार किया गया है, जिससे आग लगने की स्थिति में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां महज डेढ़ मिनट में घटनास्थल पर पहुंच सकेंगी।
हाइटेक कंट्रोल रूम की विशेषताएं
- कंट्रोल रूम की निगरानी: इसका संचालन आइपीएस राकेश कुमार करेंगे, जबकि इसमें 11 कर्मी तैनात रहेंगे।
- लाइव लोकेशन ट्रैकिंग: 106 स्थानों की लाइव लोकेशन एलईडी स्क्रीन पर देखी जा सकेगी।
- आधुनिक उपकरण: डेस्कटॉप, टीवी, और अन्य उपकरणों के जरिए घटनाओं की मॉनीटरिंग।
- स्मार्ट तकनीक: फायर ब्रिगेड कर्मियों को टैबलेट दिए जाएंगे, जिससे घटनास्थल की स्थिति की वास्तविक जानकारी मिल सकेगी।
सूचना प्रक्रिया और प्रतिक्रिया
- जैसे ही आग लगने की सूचना मिलेगी, नजदीकी फायर स्टेशन को तुरंत लोकेशन और दिशा निर्देश भेजे जाएंगे।
- घटनास्थल तक पहुंचने में लगने वाला समय, ट्रैफिक की समस्याओं और देरी के कारणों की मॉनीटरिंग की जाएगी।
- हर वाहन की लोकेशन और गतिविधियों पर निगरानी रखी जाएगी।
पृष्ठभूमि
- 30 अगस्त 2024 को डीजी शोभा ओहटकर ने इस कंट्रोल रूम का उद्घाटन किया था।
- इसे और बेहतर बनाने के लिए राज्य के अधिकारी मुंबई जाकर प्रशिक्षण ले चुके हैं।
उम्मीद और लक्ष्य
यह आधुनिक पहल राज्य में तेज, प्रभावी, और सटीक आपदा प्रबंधन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से की गई है। इससे न केवल जानमाल की सुरक्षा होगी, बल्कि अग्निशमन सेवाओं में पारदर्शिता और कार्यक्षमता भी बढ़ेगी।