पटना: बिहार सरकार द्वारा लागू शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर अब गाज गिर सकती है। मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के मंत्री रत्नेश सदा ने विभागीय समीक्षा बैठक में स्पष्ट रूप से कहा कि कानून के पालन में लापरवाही अब स्वीकार्य नहीं होगी।
मंत्री ने जताई नाराजगी
बैठक के दौरान बेतिया, सुपौल और बांका जिलों के मद्य निषेध अधीक्षकों की कार्यशैली पर मंत्री ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इन जिलों में शराबबंदी कानून का प्रभावी क्रियान्वयन नहीं हो रहा है, जो पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है।
लापरवाह अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
मंत्री ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी अधिकारी अपने दायित्व का सही ढंग से पालन नहीं करेगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा,
“लापरवाही बरतने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। अधिकारी अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करें, अन्यथा सरकार ऐक्शन लेने में पीछे नहीं हटेगी।”
माफियाओं पर शिकंजा
मंत्री रत्नेश सदा ने शराब माफियाओं पर भी सख्त कार्रवाई की बात कही। उन्होंने निर्देश दिए कि माफियाओं को चिह्नित कर उनके खिलाफ अपराध नियंत्रण अधिनियम (CCA) के तहत कार्रवाई की जाए। साथ ही, उनकी संपत्तियों की जांच कर जब्त करने का आदेश भी दिया गया।
नियमित समीक्षा बैठक का निर्देश
मंत्री ने नशे के अन्य साधनों पर निगरानी बढ़ाने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हर माह के दूसरे सोमवार को समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें अधिकारियों को पूरी तैयारी के साथ रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।
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