#बेरहीटांडशवमामला #मंगराहेंब्रममौत #मानवीयपुलिसव्यवहार — भरकट्टा ओपी प्रभारी का संवेदनशील रवैया सराहा गया
- बेरहीटांड गांव में प्राथमिक विद्यालय के पास मिला शव
- मृतक की पहचान मंगरा हेंब्रम (40 वर्ष) के रूप में हुई
- भरकट्टा ओपी प्रभारी अमन कुमार ने खुद शव वाहन में रखा
- पुलिस की मानवीय पहल की ग्रामीणों ने सराहना की
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत के कारण का होगा खुलासा
संदिग्ध परिस्थितियों में ग्रामीण को मिली मौत
गिरिडीह जिला के बिरनी प्रखंड अंतर्गत भरकट्टा ओपी क्षेत्र के बेरहीटांड गांव में मंगलवार सुबह एक अधेड़ व्यक्ति का शव मिलने से हड़कंप मच गया। मृतक की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दुर्गापहाड़ी निवासी मंगरा हेंब्रम (उम्र 40 वर्ष) के रूप में हुई है।
विद्यालय के पास पड़ा था शव
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि सुबह जब वे प्राथमिक विद्यालय की ओर गए, तो देखा कि मंगरा हेंब्रम का शव स्कूल के पास पड़ा हुआ है। देखने में ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वह बैठे-बैठे हीं चल बसे हों। शव की स्थिति ने मामले को रहस्यमयी बना दिया है।
घटनास्थल पर उमड़ी भीड़, पुलिस ने संभाला मोर्चा
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग भारी संख्या में मौके पर जुट गए। तुरंत सूचना पर भरकट्टा ओपी प्रभारी अमन कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की।
मौके पर पुलिस का संवेदनशील और मानवीय व्यवहार भी चर्चा का विषय रहा।
पुलिस की संवेदनशीलता बनी चर्चा का विषय
घटना स्थल पर पहुंचे ओपी प्रभारी अमन कुमार खुद आगे बढ़कर शव को उठाते और वाहन में रखते नजर आए। उनका यह व्यवहार देखकर ग्रामीणों ने पुलिस की प्रशंसा की।
“आज पहली बार ऐसा देखा कि कोई अफसर बिना झिझक खुद आगे बढ़कर शव को उठाता है, यह काबिले तारीफ है।” — एक ग्रामीण ने कहा।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलेगा मौत का राज़
फिलहाल मृत्यु के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह सदर अस्पताल भेज दिया है।
ओपी प्रभारी अमन कुमार ने कहा,
“पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का स्पष्ट पता चल पाएगा। मामले की गहराई से जांच की जा रही है।”
न्यूज़ देखो : जिम्मेदारी भरी पत्रकारिता की एक मिसाल
‘न्यूज़ देखो’ ऐसे संवेदनशील मामलों में न केवल घटनाओं की जानकारी देता है, बल्कि मानवीय पहलुओं को उजागर कर समाज को सोचने का अवसर भी देता है। हम उम्मीद करते हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।