Garhwa

बिशनपुर में सुंदरकांड पाठ से गूंजा भक्ति रस, श्रद्धालुओं ने महसूस की आध्यात्मिक ऊर्जा

#बिशनपुर #धार्मिकआयोजन — आत्मा पांडे जी के निवास पर हुआ अखंड सुंदरकांड पाठ, भक्ति और सत्संग से भरा माहौल

  • 14 वर्षों से हर मंगलवार को होता है नियमित सुंदरकांड पाठ का आयोजन
  • बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे आत्मा पांडे जी के निवास, हुआ भजन-कीर्तन और प्रसाद वितरण
  • भक्तों का मानना — सुंदरकांड से मिलती है सुख-शांति और संकटों का नाश
  • भक्ति रस में डूबा पूरा वातावरण, ‘राम नाम’ से गूंजा नहर रोड
  • मानस मंडली बिशनपुर के कई सदस्य आयोजन में हुए शामिल
  • कलयुग में श्रीरामचरितमानस के पाठ को बताया गया मोक्ष का मार्ग

सुंदरकांड पाठ: 14 साल से चल रही भक्ति परंपरा बनी प्रेरणा

बिशनपुर, गढ़वा में हर मंगलवार को होने वाला सुंदरकांड पाठ अब केवल धार्मिक आयोजन नहीं रहा, बल्कि यह क्षेत्रवासियों की आस्था का प्रतीक बन चुका है। आत्मा पांडे जी के नहर रोड स्थित आवास पर आयोजित इस आयोजन में इस सप्ताह भी सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए।

इस आयोजन की विशेषता यह है कि पिछले 14 वर्षों से बिना रुके यह परंपरा निभाई जा रही है, जिसमें स्थानीय मानस मंडली के सदस्य तथा क्षेत्र के श्रद्धालु बड़ी आस्था से भाग लेते हैं। आयोजन में सुंदरकांड पाठ के साथ भजन-कीर्तन, आरती व महाप्रसाद का भी आयोजन हुआ।

“सुंदरकांड पाठ से मानसिक शांति और आत्मिक ऊर्जा की प्राप्ति होती है। यह आयोजन हम सबके लिए एक प्रेरणा है।”
अरुण दुबे, मानस मंडली सदस्य

‘राम नाम’ की गूंज से जागी भक्ति शक्ति

सुंदरकांड पाठ के दौरान पूरा वातावरण राम भक्ति से सराबोर हो गया। घर के मंदिर से लेकर आंगन तक श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। भजन-कीर्तन के माध्यम से आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ।

“आज के समय में भक्ति ही एकमात्र मार्ग है जो जीवन में विवेक, अनुशासन और ऊर्जा देता है। हम सभी को प्रतिदिन श्रीरामचरितमानस के पाठ करने चाहिए।”
बृजेश कुमार पांडे, आयोजक सदस्य

आयोजन में सक्रिय रहे मानस मंडली के सदस्य

इस पवित्र आयोजन में अरुण दुबे, बृजेश कुमार पांडे, आत्मा पांडे, अशोक पटवा, अमरेंद्र कुमार मिश्रा, सतीश चौबे, मनोज दुबे, राकेश तिवारी, अरविंद तिवारी, राकेश रंजन चौबे, सियाराम पांडे समेत अनेक श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
आत्मा पांडे जी के घर का वातावरण पूरी तरह आध्यात्मिक केंद्र में तब्दील हो गया था। भक्तों ने मिलकर आरती के साथ आयोजन का समापन किया।

भक्ति में ही है कल्याण का रास्ता

सुंदरकांड पाठ के दौरान वक्ताओं ने कहा कि कलयुग में श्रीराम नाम का जाप ही मोक्ष का मार्ग है। भक्ति, सत्संग और सामूहिक पाठ से जीवन में सकारात्मकता, शांति और समाधान आते हैं।
आयोजकों ने अपील की कि हर व्यक्ति को अपने घर में प्रतिदिन हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए ताकि घर-परिवार में सद्भाव और ऊर्जा बनी रहे।

न्यूज़ देखो : आस्था से जुड़ी हर पहल पर हमारी पैनी नजर

न्यूज़ देखो न सिर्फ अपराध या राजनीति, बल्कि धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजनों की खबरें भी आप तक सबसे पहले और सटीक रूप में पहुंचाता है।
भक्ति, आस्था और लोक-परंपराओं से जुड़े हर आयोजन की ख़बर के लिए न्यूज़ देखो पर भरोसा कीजिए —
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

अगर आपको यह खबर उपयोगी लगी हो, तो कृपया इसे रेट करें और नीचे कमेंट में अपनी राय दें। आप जैसे पाठकों की भागीदारी से ही हम समाज में सकारात्मकता का विस्तार कर सकते हैं।

यह खबर आपके लिए कितनी महत्वपूर्ण थी?

रेटिंग देने के लिए किसी एक स्टार पर क्लिक करें!

इस खबर की औसत रेटिंग: 0 / 5. कुल वोट: 0

अभी तक कोई वोट नहीं! इस खबर को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

चूंकि आपने इस खबर को उपयोगी पाया...

हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें!

Radhika Netralay Garhwa
Engineer & Doctor Academy
आगे पढ़िए...
नीचे दिए बटन पर क्लिक करके हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें

Related News

ये खबर आपको कैसी लगी, अपनी प्रतिक्रिया दें

Back to top button