
#पलामू #राजनीतिकविवाद : जिम की साझेदारी को लेकर बढ़ा तनाव, पुलिस टीम पर हमला करने के बाद पाँच लोग गिरफ्तार
- मेदिनीनगर में बीजेपी और JKLM नेताओं के बीच जिम पार्टनरशिप विवाद हिंसक झड़प में बदला।
- पुलिस के हस्तक्षेप पर टीम पर हमला और धमकी, मामला हुआ गंभीर।
- टाउन थाना प्रभारी ज्योतिलाल रजवार ने घटना की पुष्टि की।
- तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गईं — पुलिस पर हमला और दोनों पक्षों की शिकायतें शामिल।
- पाँच आरोपी, जिनमें अनिकेत मेहता और प्रधान सक्सेना भी शामिल, न्यायिक हिरासत में भेजे गए।
पलामू जिले के मेदिनीनगर में जिम की पार्टनरशिप और लेन-देन को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और JKLM (झारखंड लोक आंदोलन) के स्थानीय नेताओं के बीच विवाद ने गंभीर रूप ले लिया। यह विवाद उस समय हिंसा में बदल गया जब दोनों पक्षों के बीच मुक्केबाज़ी और हाथापाई शुरू हो गई। स्थिति को नियंत्रित करने पहुँची पुलिस पर भी हमला कर दिया गया और पुलिस कर्मियों को जान से मारने की धमकी दी गई।
विवाद की जड़ में जिम पार्टनरशिप और आर्थिक लेन-देन
टाउन थाना प्रभारी ज्योतिलाल रजवार के अनुसार, JKLM नेता अनिकेत मेहता और भाजपा नेता प्रधान सक्सेना के बीच जिम की साझेदारी को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। शनिवार को यह विवाद तब चरम पर पहुँच गया जब दोनों पक्षों में तीखी बहस के बाद मारपीट शुरू हो गई।
सूचना मिलते ही टीओपी-2 प्रभारी राकेश कुमार सिंह और एएसआई संदीप राम अपनी टीम के साथ मौके पर पहुँचे, लेकिन वहाँ मौजूद कुछ लोगों ने पुलिस पर ही हमला बोल दिया। पुलिस के जवानों से अभद्र व्यवहार और हाथापाई की गई।
पुलिस पर हमला और धमकी का मामला
इस घटना के दौरान आरोपियों ने पुलिस अधिकारियों को जान से मारने की धमकी दी। पुलिस के मुताबिक, एक आरोपी ने तो यहां तक कहा कि वह जेल से बाहर आने के बाद पुलिस अधिकारियों को “टिप” (बख्शीश) देगा, जिससे पूरे विभाग में आक्रोश है। इस तरह का बयान पुलिस के सम्मान और कानून व्यवस्था पर खुली चुनौती माना जा रहा है।
तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज
इस घटना को लेकर पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज की हैं।
1️⃣ पहली एफआईआर टीओपी-2 प्रभारी राकेश कुमार सिंह के आवेदन पर सरकारी कार्य में बाधा डालने और पुलिस पर हमला करने के आरोप में दर्ज की गई।
2️⃣ दूसरी एफआईआर JKLM नेता अनिकेत मेहता की ओर से दर्ज हुई, जिसमें उन्होंने प्रधान सक्सेना पर हमला करने का आरोप लगाया।
3️⃣ तीसरी एफआईआर प्रधान सक्सेना की ओर से दर्ज की गई, जिसमें उन्होंने अनिकेत मेहता और उनके सहयोगियों पर मारपीट और धमकी का आरोप लगाया।
पाँच आरोपी गिरफ्तार, भेजे गए जेल
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अनिकेत मेहता, अभिषेक मेहता, प्रधान सक्सेना, प्रभात कुमार, और एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। सभी को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि घटना के दौरान और कौन-कौन मौजूद था और क्या इसमें राजनीतिक साजिश की भूमिका रही।
न्यूज़ देखो: कानून के सम्मान की परीक्षा
मेदिनीनगर की यह घटना प्रशासन और समाज दोनों के लिए गंभीर चेतावनी है। राजनीतिक मतभेद अगर हिंसा और पुलिस पर हमले तक पहुँच जाएँ, तो यह लोकतंत्र की मर्यादा के लिए खतरनाक संकेत है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, पर यह भी ज़रूरी है कि ऐसे मामलों में राजनीतिक दबाव से ऊपर उठकर न्याय सुनिश्चित किया जाए।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
लोकतंत्र में हिंसा नहीं, संवाद जरूरी
राजनीतिक दलों और नेताओं को यह समझना होगा कि मतभेद संवाद से सुलझाए जाते हैं, टकराव से नहीं। पुलिस या प्रशासन पर हमला किसी भी तरह उचित नहीं।
अब वक्त है कि समाज ऐसे व्यवहार के खिलाफ एकजुट होकर आवाज़ उठाए। अपनी राय नीचे कमेंट करें, खबर को शेयर करें और कानून-व्यवस्था के सम्मान की मुहिम में भाग लें।





