
#झारखंड #घाटशिला_उपचुनाव : पूर्व सीएम चंपाई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन घाटशिला सीट पर उपचुनाव के भाजपा प्रत्याशी
- बाबूलाल सोरेन पूर्व सीएम चंपाई सोरेन के पुत्र और भाजपा के उम्मीदवार।
- घाटशिला उपचुनाव में मतदान 11 नवंबर को और मतगणना 14 नवंबर को होगी।
- पिछली विधानसभा में बाबूलाल सोरेन को झामुमो के रामदास सोरेन ने हराया था।
- घाटशिला विधानसभा सीट पूर्वी सिंहभूम जिले में स्थित और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है।
- क्षेत्र में कुल 2,55,823 मतदाता, 300 मतदान केंद्र और 218 मतदान स्थल निर्धारित किए गए हैं।
- भाजपा के निर्णय पर रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ समेत कई नेताओं ने उन्हें बधाई दी।
झारखंड की घाटशिला विधानसभा सीट पर आगामी उपचुनाव को लेकर भाजपा ने बाबूलाल सोरेन को अपना आधिकारिक उम्मीदवार घोषित किया है। बाबूलाल सोरेन पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पुत्र हैं और इस क्षेत्र में उनकी राजनीतिक पहचान मजबूत मानी जाती है। पिछली बार विधानसभा चुनाव में बाबूलाल सोरेन को झामुमो के रामदास सोरेन ने 98356 वोटों से पराजित किया था, जबकि बाबूलाल सोरेन को 75910 वोट मिले थे।
उपचुनाव की अधिसूचना 13 अक्टूबर को जारी की जाएगी। कैंडिडेट के नामांकन की अंतिम तिथि 21 अक्टूबर है और नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 24 अक्टूबर है। मतदान 11 नवंबर को होगा और मतगणना 14 नवंबर को कराई जाएगी। घाटशिला विधानसभा क्षेत्र पूर्वी सिंहभूम जिले में आता है और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। क्षेत्र में कुल 2,55,823 मतदाता हैं, जिनमें 1,24,899 पुरुष, 1,30,921 महिलाएं और 3 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं। चुनाव क्षेत्र का लिंग अनुपात 1,048 है, जिससे महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक है। साथ ही, 2,735 दिव्यांग मतदाता भी अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
पिछली चुनावी लड़ाई और बाबूलाल सोरेन का अनुभव
बाबूलाल सोरेन पहले भी इसी सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। पिछली बार उन्हें रामदास सोरेन से शिकस्त मिली थी, लेकिन इस बार भाजपा की ओर से उनका समर्थन और रणनीति बदलकर उन्हें फिर से मैदान में उतारा गया है। क्षेत्रीय कार्यकर्ता और समर्थक इस निर्णय से उत्साहित हैं और बाबूलाल सोरेन के पक्ष में प्रचार अभियान तेज कर दिया गया है।
भाजपा नेताओं का मानना है: “बाबूलाल सोरेन की राजनीतिक समझ और क्षेत्रीय पहचान उपचुनाव में हमें मजबूत स्थिति प्रदान करेगी।”
चुनावी तैयारियां और मतदाता विवरण
भाजपा और अन्य राजनीतिक दल मतदान से पहले प्रचार और जनसंपर्क अभियान में लगे हुए हैं। इस उपचुनाव में मतदाता केंद्रों की संख्या 300 और मतदान स्थलों की संख्या 218 तय की गई है। प्रशासन ने मतदान प्रक्रिया को सुचारू और पारदर्शी बनाने के लिए विशेष सुरक्षा और व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं।
रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ समेत कई भाजपा नेताओं ने उनके चयन पर बाबूलाल सोरेन को बधाई दी हैं
न्यूज़ देखो: भाजपा ने घाटशिला उपचुनाव में राजनीतिक स्थिति मजबूत करने की तैयारी कर ली
बाबूलाल सोरेन को उम्मीदवार घोषित करना भाजपा की रणनीति को स्पष्ट करता है। यह निर्णय कार्यकर्ताओं और क्षेत्रीय समर्थकों में उत्साह पैदा कर रहा है। आगामी उपचुनाव का परिणाम क्षेत्रीय और राज्य स्तर पर राजनीतिक हलचलों का संकेत देगा।
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