#खूंटी #भाजपानेताहत्या : लांडुप पंचायत के कादेतुबिड़ गांव में भाजपा नेता बलराम मुंडा की निर्मम हत्या — हमलावरों ने भतीजे पर भी किया जानलेवा हमला, भाजपा ने सरकार को घेरा
- भाजपा खूंटी ग्रामीण मंडल के मंत्री बलराम मुंडा की धारदार हथियार से हत्या
- हमलावरों ने हत्या से पहले गाली-गलौज और मारपीट, भतीजा अच्चू मुंडा गंभीर रूप से घायल
- पूर्व मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने अस्पताल पहुंचकर जताया शोक, कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल
- भाजपा ने सरकार से की कठोर कार्रवाई की मांग, अपराधियों के हौसले बुलंद होने का आरोप
- पूर्व सांसद, विधायक, भाजपा जिलाध्यक्ष समेत कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
खूंटी में कानून व्यवस्था पर फिर उठे सवाल
खूंटी जिले के मारंगहादा थाना क्षेत्र अंतर्गत लांडुप पंचायत के कादेतुबिड़ गांव में भाजपा नेता और ग्राम प्रधान बलराम मुंडा की निर्मम हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। बलराम मुंडा न केवल भाजपा खूंटी ग्रामीण मंडल के मंत्री थे, बल्कि वे दो बार पंचायत समिति के सदस्य भी रह चुके थे।
घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है, वहीं कानून व्यवस्था को लेकर लोगों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है।
हमला सुनियोजित, भतीजा अच्चू मुंडा भी घायल
हमलावरों ने बलराम मुंडा पर धारदार हथियार से हमला किया। हमले से पहले उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट की गई। घटना में बलराम के भतीजे अच्चू मुंडा पर भी जानलेवा हमला किया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा: “जब एक ग्राम प्रधान तक सुरक्षित नहीं हैं, तो आम नागरिकों की सुरक्षा की क्या गारंटी है? राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है।”
घायल अच्चू मुंडा को इलाज के लिए खूंटी सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूर्व मंत्री ने अस्पताल प्रशासन से उनके बेहतर इलाज की मांग की है।
भाजपा ने किया विरोध, हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग
घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने कहा कि यह सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि राज्य में अपराधियों के हौसले बुलंद होने का प्रमाण है।
भाजपा जिला इकाई ने बयान जारी करते हुए कहा:
“बलराम मुंडा एक समर्पित समाजसेवी थे। उन्होंने पंचायत के विकास और गरीबों की मदद में अहम भूमिका निभाई। उनकी हत्या निंदनीय है और यह सरकार की विफल कानून व्यवस्था को दर्शाती है।”
भाजपा ने तत्काल आरोपियों की गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की है। साथ ही राज्य सरकार से कानून व्यवस्था में सुधार लाने की अपील की है।
राजनीतिक और सामाजिक हलकों में शोक की लहर
बलराम मुंडा के निधन पर राजनीतिक और सामाजिक संगठनों में गहरा शोक है। शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में पूर्व सांसद कड़िया मुंडा, पूर्व विधायक कोचे मुंडा, भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर गुप्ता, महिला मोर्चा की नेता मंजु देवी, जिला कोषाध्यक्ष प्रियांक भगत सहित अनेक नेता शामिल हैं।
न्यूज़ देखो: जनप्रतिनिधियों की हत्या – लोकतंत्र पर हमला
बलराम मुंडा की हत्या केवल एक व्यक्ति की हत्या नहीं, बल्कि लोकतंत्र और जनता की आवाज पर हमला है। जब पंचायत स्तर के प्रतिनिधि भी सुरक्षित नहीं हैं, तो राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठना स्वाभाविक है।
‘न्यूज़ देखो’ प्रशासन से अपेक्षा करता है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को जल्द पकड़ा जाए और उदाहरण पेश किया जाए।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
समय पर कार्रवाई ही जनता का भरोसा लौटा सकती है
सत्ता और विपक्ष से इतर अब जरूरत है कि सभी राजनीतिक दल और प्रशासनिक इकाइयाँ मिलकर जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को प्राथमिकता दें।
क्या आप इस हत्या को लेकर चिंतित हैं? कमेंट करें, अपनी राय दें और यह खबर उन लोगों तक पहुंचाएं जिन्हें अपने जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा की परवाह है।