Simdega

ठेठईटांगर में भाजपा नेताओं की मानवीय पहल, जरूरतमंद परिवारों के बीच कंबल वितरण से मिली ठंड से राहत

Join News देखो WhatsApp Channel
#ठेठईटांगर #सेवा_कार्य : अलसंगा गांव में बढ़ती ठंड के बीच भाजपा जिला मंत्री नरेंद्र बड़ाईक ने अत्यंत गरीब और असहाय परिवारों को कंबल वितरित कर मानवीय जिम्मेदारी निभाई
  • ठेठईटांगर प्रखंड के अलसंगा गांव में रविवार को कंबल वितरण कार्यक्रम आयोजित।
  • कार्यक्रम का नेतृत्व भाजपा जिला मंत्री सह दुर्गा पूजा समिति अध्यक्ष नरेंद्र बड़ाईक ने किया।
  • अत्यंत गरीब और असहाय परिवारों को कंबल प्रदान कर ठंड से राहत।
  • सर्द मौसम में निरंतर सेवा कार्य जारी रखने का संकल्प।
  • ग्रामीणों में खुशी, पहल को बताया समाज के लिए सकारात्मक संदेश
  • स्थानीय स्तर पर सामाजिक जिम्मेदारी का सशक्त उदाहरण।

ठेठईटांगर प्रखंड में बढ़ती ठंड के बीच जरूरतमंदों को राहत पहुंचाने की दिशा में एक सराहनीय पहल सामने आई है। प्रखंड अंतर्गत अलसंगा गांव में रविवार को आयोजित कंबल वितरण कार्यक्रम के माध्यम से अत्यंत गरीब और असहाय परिवारों को ठंड से बचाव का सहारा मिला। इस कार्यक्रम का आयोजन भाजपा जिला मंत्री सह दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष नरेंद्र बड़ाईक के नेतृत्व में किया गया, जिसमें मानवीय संवेदना और सामाजिक दायित्व का स्पष्ट संदेश देखने को मिला। सर्द मौसम में यह पहल ग्रामीणों के लिए बड़ी राहत साबित हुई।

बढ़ती ठंड के बीच मानवीय संवेदना का परिचय

इन दिनों क्षेत्र में तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए ठंड एक बड़ी चुनौती बन गई है। खासकर वे परिवार जो पर्याप्त गर्म कपड़ों की व्यवस्था नहीं कर पाते, उनके लिए सर्द रातें कठिन हो जाती हैं। ऐसे समय में अलसंगा गांव में कंबल वितरण कार्यक्रम ने जरूरतमंदों को न केवल शारीरिक राहत दी, बल्कि उन्हें यह भरोसा भी दिलाया कि समाज में ऐसे लोग मौजूद हैं जो उनके दर्द को समझते हैं। कार्यक्रम के दौरान प्राथमिकता अत्यंत गरीब और असहाय परिवारों को दी गई।

भाजपा जिला मंत्री नरेंद्र बड़ाईक का सेवा संकल्प

कार्यक्रम के दौरान भाजपा जिला मंत्री सह दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष नरेंद्र बड़ाईक ने कहा कि समाज के हर जरूरतमंद तक सहायता पहुंचाना उनकी जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सेवा कार्य किसी एक दिन तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि इसे निरंतर जारी रखना चाहिए, ताकि समाज के कमजोर वर्ग को समय पर सहयोग मिल सके।

नरेंद्र बड़ाईक ने कहा: “समाज के हर जरूरतमंद तक सहायता पहुंचाना मेरी जिम्मेदारी है। ठंड के मौसम में कोई भी व्यक्ति कष्ट न झेले, इसके लिए आगे भी इस प्रकार की सेवा निरंतर जारी रहेगी।”

उनके इस बयान से यह स्पष्ट हुआ कि यह पहल केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि दीर्घकालिक सामाजिक सोच का हिस्सा है।

अलसंगा गांव में दिखा उत्साह और आभार

कंबल वितरण कार्यक्रम के दौरान अलसंगा गांव में खुशी का माहौल देखने को मिला। कंबल प्राप्त करने वाले परिवारों के चेहरों पर राहत और संतोष साफ झलक रहा था। ग्रामीणों ने नरेंद्र बड़ाईक के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के सेवा कार्य समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं। ग्रामीणों का मानना है कि जब जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता इस प्रकार सीधे जरूरतमंदों के बीच पहुंचते हैं, तो समाज में विश्वास और आपसी सहयोग की भावना मजबूत होती है।

सामाजिक जिम्मेदारी का स्थानीय स्तर पर उदाहरण

यह कार्यक्रम इस बात का उदाहरण है कि स्थानीय स्तर पर की गई छोटी-छोटी पहलें भी बड़े सामाजिक बदलाव की दिशा में अहम भूमिका निभा सकती हैं। कंबल वितरण जैसे कार्य न केवल तत्काल राहत प्रदान करते हैं, बल्कि समाज में संवेदनशीलता और जिम्मेदारी की भावना को भी बढ़ावा देते हैं। ठेठईटांगर जैसे ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां संसाधनों की सीमित उपलब्धता होती है, ऐसे सेवा कार्यों का प्रभाव और भी अधिक होता है।

ठंड के मौसम में राहत कार्यों की जरूरत

विशेषज्ञों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का मानना है कि ठंड के मौसम में गरीब और असहाय वर्ग के लिए सरकारी योजनाओं के साथ-साथ सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों की भूमिका भी महत्वपूर्ण हो जाती है। कंबल, गर्म कपड़े और अन्य आवश्यक सामग्री का वितरण जरूरतमंदों के लिए जीवन रक्षक साबित हो सकता है। अलसंगा गांव में आयोजित यह कार्यक्रम इसी दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।

सेवा से समाज में बनता है सकारात्मक संदेश

ग्रामीणों ने यह भी कहा कि इस तरह के कार्य समाज में एक सकारात्मक संदेश देते हैं और अन्य लोगों को भी प्रेरित करते हैं कि वे आगे आकर जरूरतमंदों की मदद करें। सेवा की भावना जब नेतृत्व से शुरू होती है, तो उसका प्रभाव व्यापक होता है। ठेठईटांगर में हुआ यह कंबल वितरण कार्यक्रम आने वाले समय में अन्य सामाजिक पहल के लिए प्रेरणा बन सकता है।

भविष्य में भी जारी रहने की उम्मीद

कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए गए संकल्प के अनुसार, आगे भी इस तरह के सेवा कार्य जारी रहने की उम्मीद जताई जा रही है। यदि ठंड के पूरे मौसम में ऐसे प्रयास निरंतर होते हैं, तो कमजोर वर्ग को बड़ी राहत मिल सकती है। ग्रामीणों ने अपेक्षा जताई कि प्रशासन और अन्य सामाजिक संगठन भी इस तरह की पहल में सहयोग करें, ताकि कोई भी व्यक्ति ठंड के कारण परेशान न हो।

न्यूज़ देखो: सर्द मौसम में संवेदनशील नेतृत्व की पहचान

ठेठईटांगर के अलसंगा गांव में हुआ कंबल वितरण कार्यक्रम यह दर्शाता है कि संवेदनशील नेतृत्व किस प्रकार जमीनी स्तर पर असर दिखा सकता है। बढ़ती ठंड के बीच जरूरतमंदों तक सीधी सहायता पहुंचाना सामाजिक जिम्मेदारी का मजबूत उदाहरण है। ऐसे प्रयास न केवल तात्कालिक राहत देते हैं, बल्कि समाज में भरोसा और सहयोग की भावना को भी सुदृढ़ करते हैं। प्रशासन और समाज के अन्य वर्गों को भी चाहिए कि वे इस तरह की पहल को आगे बढ़ाएं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

सेवा से ही सशक्त होता है समाज

जब ठंड में किसी जरूरतमंद को कंबल मिलता है, तो वह केवल एक वस्तु नहीं, बल्कि सुरक्षा और सम्मान का एहसास होता है। ठेठईटांगर में हुई यह पहल हमें याद दिलाती है कि समाज की मजबूती सेवा और संवेदना से आती है।

📥 Download E-Paper

यह खबर आपके लिए कितनी महत्वपूर्ण थी?

रेटिंग देने के लिए किसी एक स्टार पर क्लिक करें!

इस खबर की औसत रेटिंग: 0 / 5. कुल वोट: 0

अभी तक कोई वोट नहीं! इस खबर को रेट करने वाले पहले व्यक्ति बनें।

चूंकि आपने इस खबर को उपयोगी पाया...

हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें!

IMG-20250925-WA0154
20251209_155512
IMG-20250610-WA0011
IMG-20251017-WA0018
1000264265
IMG-20250604-WA0023 (1)
IMG-20250723-WA0070
आगे पढ़िए...

नीचे दिए बटन पर क्लिक करके हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें


Satyam Kumar Keshri

सिमडेगा नगर क्षेत्र

Related News

ये खबर आपको कैसी लगी, अपनी प्रतिक्रिया दें

Back to top button
error: