#पटना #बिहारचुनाव2025 : नड्डा बोले विकास और सुशासन के लिए जनता देगी NDA को आशीर्वाद
- भारतीय निर्वाचन आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की।
- जेपी नड्डा ने ‘एक्स’ पर लिखा, यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव है।
- कहा एनडीए सरकार सुशासन और विकास का पर्याय बनी है।
- चुनाव को बताया जंगलराज से बचाने और घुसपैठ रोकने की लड़ाई।
- मोदी नेतृत्व में बिहार को आगे ले जाने का किया आह्वान।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की आधिकारिक घोषणा के बाद राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव आयोग के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव है, जो देश को विकास और सुशासन की दिशा में अग्रसर रखता है।
लोकतंत्र का पर्व, विकास का संकल्प
जेपी नड्डा ने ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर लिखा –
“भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा आज बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा का मैं स्वागत करता हूँ। चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव है। यह देश व प्रदेश को विकास और सुशासन के पथ पर अग्रसर रखने का प्रमुख माध्यम है।”
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार में एनडीए सरकार ने जनकल्याण और सुशासन की नई परिभाषा गढ़ी है। नड्डा ने इस चुनाव को बिहार की जनता के लिए एक अवसर बताया कि वे राज्य को विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाते हुए जंगलराज से बचाएं।
घुसपैठ और अराजकता से मुक्ति का संदेश
भाजपा अध्यक्ष ने अपने संदेश में कहा कि यह चुनाव सिर्फ सत्ता का नहीं बल्कि विचारधारा और स्थायित्व का चुनाव है।
“बिहार का यह चुनाव प्रदेश को विकास के रास्ते पर अनवरत ले जाने, घुसपैठिया मुक्त करने और जंगलराज को फिर से आने से रोकने का चुनाव है।”
नड्डा ने विश्वास जताया कि बिहार की जनता एक बार फिर एनडीए सरकार को प्रचंड बहुमत से आशीर्वाद देगी ताकि राज्य में विकास, रोजगार और स्थिरता की गति बनी रहे।
चुनावी शंखनाद के साथ बढ़ा राजनीतिक तापमान
चुनाव आयोग ने दो चरणों में मतदान की घोषणा की है —
पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। इसके साथ ही बिहार में सभी दलों ने अपने-अपने रणनीतिक मोर्चे खोल दिए हैं।
भाजपा और जदयू की ओर से विकास और सुशासन की उपलब्धियों पर फोकस रहेगा, जबकि विपक्ष महंगाई, बेरोजगारी और स्थानीय मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है।
न्यूज़ देखो: बिहार में फिर होगी विकास बनाम विरोध की जंग
बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही एक बार फिर राजनीतिक दल जनता के दरवाजे पर हैं। सवाल अब यह है कि क्या बिहार की जनता सुशासन के नाम पर फिर एनडीए को मौका देगी, या विपक्ष को सत्ता परिवर्तन का अवसर मिलेगा। लोकतंत्र का यह पर्व बिहार के भविष्य की दिशा तय करेगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
बिहार की जनता तय करेगी विकास का रास्ता
अब वक्त है कि बिहार की जनता अपने विवेक से राज्य के भविष्य की दिशा तय करे। लोकतंत्र की यह शक्ति तभी सार्थक है जब हम सब मिलकर एक मजबूत, शिक्षित और विकसित बिहार के लिए मतदान करें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि हर वोट की आवाज गूंजे।