#मनातू #भाजपाधरना : कार्यकर्ताओं ने आदिवासी विरोधी नीति और हत्या मामले में सरकार की चुप्पी पर जताया आक्रोश
- मनातू प्रखंड कार्यालय के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जोरदार धरना प्रदर्शन किया।
- रिम्स-2 अस्पताल निर्माण के लिए आदिवासी जमीन हड़पने का आरोप लगाया गया।
- भाजपा कार्यकर्ता सूर्या हांसदा की हत्या को लेकर सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप।
- प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा मंडल अध्यक्ष अंतू यादव ने किया।
- प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन प्रखंड विकास पदाधिकारी को सौंपा।
- चेतावनी दी कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
रिम्स-2 और हत्या मामले को लेकर विरोध
पलामू जिले के मनातू प्रखंड में भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोमवार को बड़ा धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का मुख्य मुद्दा गोड्डा में भाजपा कार्यकर्ता सूर्या हांसदा की हत्या और रिम्स-2 अस्पताल निर्माण के लिए आदिवासी जमीन का अधिग्रहण रहा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि आदिवासियों की पुश्तैनी जमीन को जबरन छीनकर सरकार विकास की आड़ में उन्हें उजाड़ रही है।
भाजपा नेताओं का आरोप हेमंत सरकार आदिवासी विरोधी
धरना का नेतृत्व कर रहे भाजपा मंडल अध्यक्ष अंतू यादव ने कहा:
अंतू यादव ने कहा: “हेमंत सरकार प्रशासन की मिलीभगत से आदिवासियों की जमीन हड़प रही है। रिम्स-2 परियोजना की आड़ में आदिवासी समाज को उनकी पुश्तैनी जमीन से बेदखल किया जा रहा है। सूर्या हांसदा की हत्या सरकार की नाकामी और अपराधियों को संरक्षण देने का प्रमाण है।”
भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अजय तिवारी ने भी तीखे तेवर दिखाए।
अजय तिवारी ने कहा: “यह सरकार लोकतंत्र और न्याय की हत्या कर रही है। आदिवासियों की जमीन छीनने और अपराधियों को संरक्षण देने वाली सरकार कभी भी आदिवासी हितैषी नहीं हो सकती।”
ज्ञापन सौंपा और दी चेतावनी
धरना प्रदर्शन के बाद भाजपाइयों ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन प्रखंड विकास पदाधिकारी मदन कुमार सुमन को सौंपा। ज्ञापन में साफ कहा गया कि यदि सरकार ने आदिवासियों की जमीन सुरक्षित रखने और सूर्या हांसदा हत्याकांड के दोषियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित नहीं की, तो भाजपा चरणबद्ध आंदोलन छेड़ेगी और पूरे राज्य में जन आंदोलन तेज किया जाएगा।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में जुटे समर्थक
धरना में भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार यादव, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य अजय तिवारी, पूर्व सांसद प्रतिनिधि बिगु साहू, विधायक प्रतिनिधि उदेश कुमार यादव, जिप सदस्य प्रदीप कुमार चावला, भाजपा नेता वीरेंद्र सिंह यादव सहित हजारों की संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे। सभी ने एकजुट होकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए और आंदोलन को व्यापक स्तर तक ले जाने का संकल्प लिया।
न्यूज़ देखो: आदिवासियों की जमीन और न्याय की जंग
मनातू में हुए इस भाजपा धरने ने आदिवासी जमीन की सुरक्षा और राजनीतिक कार्यकर्ताओं की सुरक्षा दोनों मुद्दों को एक साथ सामने रखा। सरकार पर आदिवासी विरोधी होने और अपराधियों को संरक्षण देने के गंभीर आरोप जनता के बीच आक्रोश पैदा कर रहे हैं। यदि इन मामलों पर समय पर कार्रवाई नहीं हुई, तो राज्यभर में आंदोलन और तेज होगा।
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जनता की आवाज को अनसुना न करें
मनातू से उठी यह आवाज बताती है कि जब सरकार जनता की पीड़ा को नहीं सुनती, तो लोग सड़क पर उतरने को मजबूर होते हैं। आइए, हम सब इस मुद्दे पर सजग रहें और लोकतांत्रिक तरीके से अपनी राय रखें। कमेंट करें, खबर साझा करें और अपनी जिम्मेदारी निभाएँ।