
#चंदवा #आक्रोशप्रदर्शन : भाजपा कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने बीडीओ कार्यालय तक मार्च निकालकर सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद की
- चंदवा मंडल अध्यक्ष अमित गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने आक्रोश मार्च निकाला।
- प्रदर्शनकारियों ने सूर्या हांसदा के कथित फर्जी एनकाउंटर और नगड़ी में रैयती जमीन पर रिम्स-2 निर्माण का विरोध किया।
- आक्रोश मार्च चंदवा आईबी से प्रखंड मुख्यालय तक निकाला गया, जहां जोरदार नारेबाजी हुई।
- ज्ञापन बीडीओ कार्यालय में प्रभारी एमओ चंदन कुमार ने लिया।
- सभा में नेताओं ने सीबीआई जांच की मांग और जनांदोलन की चेतावनी दी।
चंदवा प्रखंड मुख्यालय में गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और स्थानीय ग्रामीणों ने बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। सूर्या हांसदा के कथित फर्जी एनकाउंटर और नगड़ी क्षेत्र में आदिवासियों की रैयती जमीन पर रिम्स-2 निर्माण के विरोध में आयोजित इस आक्रोश मार्च में सैकड़ों लोग शामिल हुए। प्रदर्शन का नेतृत्व भाजपा चंदवा मंडल अध्यक्ष अमित गुप्ता ने किया, जबकि प्रभारी के रूप में पंकज यादव मौजूद रहे।
मार्च और नारेबाजी
आक्रोश मार्च चंदवा आईबी से शुरू होकर प्रखंड मुख्यालय तक पहुँचा। पूरे रास्ते प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए –
- “सूर्या हांसदा का फर्जी एनकाउंटर बंद करो”
- “आदिवासियों की रैयती जमीन छीनना बंद करो”
ज्ञापन सौंपा गया
मार्च के बाद बीडीओ कार्यालय में ज्ञापन सौंपा गया, जिसे प्रभारी एमओ चंदन कुमार ने ग्रहण किया। ज्ञापन में मांग की गई कि सूर्या हांसदा के एनकाउंटर की जांच सीबीआई से कराई जाए और रैयती जमीन पर रिम्स-2 निर्माण की प्रक्रिया तत्काल रोकी जाए।
नेताओं का संबोधन और चेतावनी
सभा को संबोधित करते हुए मंडल अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि सरकार विकास के नाम पर आदिवासियों की जमीन छीन रही है, जो उनके अस्तित्व पर हमला है।
सांसद प्रतिनिधि महेंद्र प्रसाद साहू ने सूर्या हांसदा के एनकाउंटर को लोकतंत्र के लिए काला अध्याय बताया।
विधायक प्रतिनिधि सुरेश यादव ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने आदिवासियों की जमीन हड़पने की प्रक्रिया नहीं रोकी तो चंदवा से लेकर रांची तक बड़ा जनांदोलन खड़ा होगा।
नवाहिर उरांव ने कहा कि रैयती जमीन सिर्फ खेती की जमीन नहीं बल्कि संस्कृति और भविष्य की धरोहर है, इसे किसी कीमत पर नहीं छीनने दिया जाएगा।
अमित गुप्ता ने कहा: “आदिवासियों की जमीन छीनकर सरकार विकास का ढिंढोरा पीट रही है। यह असल में उनकी पहचान और अस्तित्व पर हमला है।”
महेंद्र प्रसाद साहू ने कहा: “सूर्या हांसदा का एनकाउंटर न्यायिक प्रक्रिया के बिना किया गया है। यह लोकतंत्र पर कलंक है।”
सुरेश यादव ने कहा: “अगर सरकार ने जल्द ही इस प्रक्रिया को नहीं रोका तो जनांदोलन के लिए भाजपा तैयार है।”
कार्यक्रम का संचालन
इस मौके पर विधायक प्रतिनिधि आदर्श रवि राज ने कार्यक्रम का संचालन किया। मंच पर और सभा में कई भाजपा पदाधिकारी और ग्रामीण मौजूद रहे जिनमें –
पंकज यादव, कुलामन साहू, दीपक निषाद, शिवकेश्वर यादव, आशीष सिंह, विजय दूबे, संजय साव, विनय रिकी वर्मा, हिरामनी देवी, विभा देवी, राजनीति देवी, अमृत गंझु, अवधेश यादव, भुनेश्वर प्रजापति, मनीष गुप्ता, आशीष लाल शाहदेव, मनोज पाठक, रवि पांडुरंगा, मुरारी लाल साहू, शंकर मुंडा, संतन साव, रविंद्र साव, यमुना चौधरी, रामकिशुन गंझु, जनक महतो, प्रेमनाथ साहू, चंद्रभूषण केसरी, रोहित शाहदेव, राजन भगत, छोटू कुमार, बालेसर गंझु, विजय कुमार, मनीष उरांव, अजित मुंडा, राजेश यादव, राजेश गंझु, प्रदीप कुमार, राजेंद्र यादव, विजय यादव, बंधन मिस्त्री समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
न्यूज़ देखो: आदिवासी अधिकार और लोकतंत्र पर सवाल
चंदवा में हुआ यह विरोध प्रदर्शन न सिर्फ सूर्या हांसदा के एनकाउंटर पर सवाल उठाता है बल्कि आदिवासियों की रैयती जमीन पर सरकारी रवैये को भी उजागर करता है। सरकार यदि इन मुद्दों पर पारदर्शिता और न्याय नहीं दिखाती तो जनभावना और आक्रोश जनांदोलन का रूप ले सकता है।
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