गढ़वा में बीएलओ कर्मियों को मिला जियो-फेंसिंग और मतदान केंद्र मैपिंग का प्रशिक्षण

#गढ़वा #चुनाव_प्रशिक्षण – निर्वाचन की तकनीकी मजबूती के लिए गढ़वा में बीएलओ व सुपरवाइजरों को दी जा रही विशेष ट्रेनिंग

निर्वाचन कार्यों की डिजिटल तैयारियों को लेकर बड़ा कदम

गढ़वा शहरी क्षेत्र के बीएलओ सुपरवाइजर एवं बीएलओ को आगामी चुनावों को देखते हुए तकनीकी दक्षता से लैस करने के उद्देश्य से मंगलवार को एक विशेष प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया। यह सत्र गढ़वा प्रखंड सभागार में आयोजित हुआ, जिसकी अध्यक्षता निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी सह एसडीएम संजय कुमार ने की।

इस दौरान सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी सह अंचल अधिकारी सफी आलम, एईआरओ कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर समेत तकनीकी टीम भी मौजूद रही। प्रशिक्षण का उद्देश्य मतदान केंद्रों की सटीक मैपिंग और जियो-फेंसिंग प्रक्रिया को बेहतर ढंग से समझाना रहा ताकि आने वाले चुनाव में बूथ स्तर पर पारदर्शिता और तकनीकी मजबूती लाई जा सके।

तकनीकी टूल्स की मदद से मिला प्रायोगिक ज्ञान

सत्र में बीएलओ कर्मियों को पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन (PPT) के माध्यम से व्यावहारिक उदाहरणों के साथ प्रशिक्षण दिया गया। गूगल मैप, गूगल अर्थ, मैप की पहचान, जियो-कोऑर्डिनेट फिक्सिंग, और फील्ड डाटा कलेक्शन जैसे तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा हुई।

प्रशिक्षण 21 जून तक चलेगा

यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 21 जून 2025 तक जारी रहेगा, जिसमें प्रतिदिन अलग-अलग बैचों में गढ़वा शहरी क्षेत्र के मतदान केंद्रों से जुड़े बीएलओ और सुपरवाइजरों को शामिल किया जाएगा। प्रशिक्षण के पश्चात जिले में डिजिटल मैपिंग और जियो-फेंसिंग का फील्ड वर्क विधिवत प्रारंभ होगा।

एसडीएम ने दिए निर्देश

एसडीएम संजय कुमार ने कर्मियों से कहा—

“निर्वाचन आयोग की तकनीकी पहल को ज़मीन पर उतारना अब हमारी जिम्मेदारी है। सभी बीएलओ सजगता, समयबद्धता और जिम्मेदारी के साथ कार्य करें।”

प्रशिक्षण में भाग ले रहे बीएलओ कर्मियों ने भी इसे अत्यंत उपयोगी बताया और अपने तकनीकी संदेहों का समाधान अधिकारियों से प्राप्त किया।

न्यूज़ देखो – हर चुनावी तैयारी पर सटीक खबर

गढ़वा जिले में हो रही इस तकनीकी चुनावी तैयारी की हर अपडेट आपको न्यूज़ देखो के माध्यम से मिलेगी। हमारी टीम बूथ से लेकर प्रशिक्षण तक हर पहलू पर नज़र रख रही है।
विश्वसनीयता, पारदर्शिता और ज़मीनी रिपोर्टिंग ही हमारी प्राथमिकता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

अपडेटेड, टेक्निकल और ट्रेंडिंग – यही है नया चुनाव

अब चुनाव सिर्फ नामांकन और मतगणना नहीं, बल्कि तकनीक और पारदर्शिता का संगम है। गूगल आधारित जियो-मैपिंग जैसी प्रक्रियाएं हर मतदाता को अधिक सुगमता और सटीक जानकारी देने का माध्यम बन रही हैं।

Exit mobile version