
#डुमरी #रक्तदान_शिविर : उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित के निर्देश पर हुआ आयोजन — स्थानीय स्तर पर रक्त उपलब्धता सुनिश्चित करने का उद्देश्य
- डुमरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ रक्तदान शिविर का आयोजन।
- उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित के निर्देशानुसार आयोजित किया गया शिविर।
- 30 लोगों ने स्वेच्छा से किया रक्तदान।
- शिविर का उद्घाटन बीडीओ उमेश कुमार स्वांसी, डॉ. अलबेल केरकेट्टा और शैलेन्द्र मिश्रा ने किया।
- रक्तदाताओं को सम्मानित कर मानव सेवा के लिए प्रेरित किया गया।
झारखंड के गुमला जिले के डुमरी प्रखंड में शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित रक्तदान शिविर ने सेवा और जागरूकता का संदेश दिया। उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित के निर्देश पर आयोजित इस शिविर का मुख्य उद्देश्य स्थानीय स्तर पर रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित करना और नागरिकों में रक्तदान के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण पैदा करना था।
मानवीय सेवा के रूप में रक्तदान का संदेश
रक्तदान शिविर का शुभारंभ डुमरी प्रखंड विकास पदाधिकारी उमेश कुमार स्वांसी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अलबेल केरकेट्टा और पंचायत सचिव शैलेन्द्र मिश्रा की उपस्थिति में हुआ।
बीडीओ उमेश कुमार स्वांसी ने कहा: “रक्तदान एक महादान है, क्योंकि एक यूनिट रक्त कई जिंदगियों को बचा सकता है। हर स्वस्थ व्यक्ति को साल में कम से कम एक बार रक्तदान जरूर करना चाहिए।”
अधिकारियों ने बताया कि यह शिविर न केवल स्वास्थ्य सेवा की दृष्टि से उपयोगी है, बल्कि इससे समाज में मानवता और सहयोग की भावना भी मजबूत होती है।
उत्साहपूर्वक शामिल हुए ग्रामीण और कर्मी
शिविर में प्रखंड, अंचल और अस्पताल के कर्मियों के साथ-साथ आम ग्रामीणों और डीलरों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। कुल 30 लोगों ने स्वेच्छा से रक्तदान कर मानवता का परिचय दिया।
कार्यक्रम के दौरान राकेश कुमार, गीता कुमारी, डमरू, बीपीएम राजेश केरकेट्टा, भगवत ताम्रकार, ताराचंद जयसवाल सहित कई स्वास्थ्यकर्मी और स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
डॉ. अलबेल केरकेट्टा ने कहा: “रक्तदान से शरीर में कमजोरी नहीं आती, बल्कि इससे रक्त निर्माण की प्रक्रिया सक्रिय होती है जिससे शरीर और भी स्वस्थ होता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि नियमित रक्तदान से व्यक्ति में नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार होता है, जो शारीरिक और मानसिक रूप से लाभदायक है।
टीम भावना और सहयोग से बनी सफलता की मिसाल
शिविर के सफल आयोजन में डुमरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम ने अहम भूमिका निभाई। स्वास्थ्यकर्मियों ने सुबह से ही व्यवस्था संभाली और रक्तदाताओं को आवश्यक सहयोग प्रदान किया।
ग्रामीणों ने भी सहयोग की भावना दिखाते हुए इस कार्यक्रम को सफल बनाया। इस पहल से लोगों में स्वैच्छिक रक्तदान के महत्व के प्रति नई जागरूकता आई है।
न्यूज़ देखो: समाज में बढ़ती जागरूकता का प्रतीक बना डुमरी का रक्तदान शिविर
डुमरी का यह शिविर प्रशासनिक नेतृत्व और सामुदायिक सहयोग की मिसाल पेश करता है। जहाँ प्रशासन की पहल और चिकित्सा कर्मियों की निष्ठा ने मिलकर मानवता की नई मिसाल कायम की है। ऐसे आयोजनों से समाज में सेवा और एकजुटता की भावना मजबूत होती है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जीवन बचाने की आदत बनाएं — रक्तदान करें
रक्तदान एक छोटी सी क्रिया है, लेकिन इसका असर अनगिनत जीवनों पर पड़ता है। आइए, हम सब समाज में सेवा की यह भावना जीवित रखें। अगली बार जब रक्तदान शिविर हो, तो केवल दर्शक नहीं, दानवीर बनें। अपनी राय कमेंट करें, खबर को शेयर करें और दूसरों को प्रेरित करें — क्योंकि रक्तदान ही सच्चा महादान है।




