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पलामू में प्रेम प्रसंग से उपजा खूनखराबा: सरफराज की हत्या में पत्नी और प्रेमी की साजिश का खुलासा

#नावाबाजार #हत्या : गहरी दोस्ती के बाद मौत का खेल, प्रेमिका और प्रेमी ने रची खौफनाक साजिश

सरफराज खान की हत्या का मामला प्रेम और प्रतिशोध की जटिल कहानी से जुड़ा हुआ है। नावाबाजार थाना क्षेत्र में हुई इस हत्या ने पूरे पलामू को हिला दिया। पुलिस ने महज कुछ दिनों में इस कांड का खुलासा कर दिया है। घटना का मुख्य आरोपी समीर शाह है, जिसने मृतक की पत्नी के साथ मिलकर इस साजिश को अंजाम दिया। हत्या के पीछे का कारण प्रेम प्रसंग और असफल संबंध बताया जा रहा है।

हत्या की साजिश कैसे रची गई?

पुलिस के अनुसार, समीर शाह (18 वर्ष), पिता तशलीम शाह, निवासी नावाबाजार का मृतक की पत्नी से प्रेम संबंध था। समीर और महिला ने शादी की योजना बनाई थी, लेकिन उसके परिजनों ने उसकी शादी सरफराज खान से कर दी। इस शादी से दोनों नाखुश थे। दोनों ने मिलकर सरफराज को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।

शादी के बाद भी समीर शाह और महिला का संपर्क बना रहा। समीर अक्सर सरफराज से मिलता और दोस्ती का नाटक करता। दोनों फोन पर लगातार बात करते रहे।

वारदात की रात क्या हुआ?

26 जुलाई 2025 को महिला ने अपने पति सरफराज को नावाबाजार बुलाया। इस बात की जानकारी उसने समीर को भी दी। समीर झुमरी तिलैया, कोडरमा से अपने घर नावाबाजार पहुंच गया।
29 जुलाई की रात करीब 2:30 बजे समीर ने सरफराज को फोन कर बाहर बुलाया। दोनों सरफराज की बाइक (JH03AT 3478) से सरकारी शराब दुकान गए और बीयर खरीदी।
करीब 4:45 बजे, समीर सरफराज को कंडा घाटी के पिपरहवा जंगल ले गया। वहां उसने सरफराज को बीयर पिलाई और नशे की हालत में पत्थर से कुचलकर उसकी हत्या कर दी।

पुलिस ने क्या बरामद किया?

अनुसंधान के क्रम में मृतक का मोबाइल फोन, महिला का मोबाइल और हत्या में इस्तेमाल पत्थर पुलिस ने जब्त किया।
मुख्य आरोपी समीर शाह को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

छापामारी दल के सदस्य:

न्यूज़ देखो: अपराध के खिलाफ त्वरित कार्रवाई का सबूत

यह घटना बताती है कि प्रेम प्रसंग किस तरह हिंसक रूप ले सकता है। नावाबाजार पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर मामले का खुलासा किया, जिससे आमजन में विश्वास बढ़ा है। अब सवाल यह है कि ऐसे सामाजिक मुद्दों पर रोक कैसे लगे। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

अब जागरूक समाज ही बदल सकता तस्वीर

समाज में ऐसे अपराध तभी कम होंगे जब लोग रिश्तों में पारदर्शिता और विश्वास को महत्व देंगे। युवा पीढ़ी को भावनात्मक आवेग में अपराध की राह पर जाने से रोकना जरूरी है। अब समय है कि हम सब इस बदलाव में योगदान दें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि जागरूकता फैले।

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