
#गढ़वा #भूमिविवाद #मारपीट — रमना थाना क्षेत्र के बहियार कला में जमीन विवाद ने ली हिंसक रूप, घायल का चल रहा है इलाज
- बहियार कला गांव में भूमि विवाद को लेकर मारपीट, एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल
- घायल व्यक्ति स्व. फजलें करीम के पुत्र खुर्शीद अंसारी, गढ़वा सदर अस्पताल में भर्ती
- जमीन का एग्रीमेंट अकबर अंसारी द्वारा अमीनद्दीन और नसीम अंसारी से कराया गया था
- झोपड़ी बना रहे खुर्शीद अंसारी पर ईंट से हमला, बैदुल्लाह और गज्जू अंसारी पर आरोप
- घायल ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, दूसरा पक्ष अस्पताल नहीं पहुंचा
जमीन के विवाद ने ली हिंसक रूप
गढ़वा जिले के रमना थाना क्षेत्र अंतर्गत बहियार कला गांव में रविवार को भूमि विवाद ने उग्र रूप ले लिया। इस घटना में स्वर्गीय फजलें करीम के पुत्र खुर्शीद अंसारी गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत गढ़वा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
खुर्शीद अंसारी ने बताई पूरी घटना
घायल खुर्शीद अंसारी ने बताया कि गढ़वा थाना क्षेत्र के झलुवा गांव निवासी अकबर अंसारी ने अपनी जमीन का एग्रीमेंट अमीनद्दीन अंसारी और नसीम अंसारी के साथ किया था। इसके बाद इन दोनों ने जमीन को खुर्शीद अंसारी, मोजाहिद अंसारी, सहारे हुसैन और रियासत अंसारी को दे दिया।
अकबर अंसारी ने अपने हिस्से की जमीन की माफी भी कर दी थी, जिसके आधार पर खुर्शीद अंसारी झोपड़ी निर्माण कर रहे थे।
ईंट से हमला कर किया घायल
इसी दौरान दूसरे पक्ष के बैदुल्लाह अंसारी अपने साले गज्जू अंसारी उर्फ नसीम अंसारी के साथ मौके पर पहुंचे और विवादित भूमि को अपना बताते हुए खुर्शीद अंसारी को ईंट से मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
खुर्शीद अंसारी ने कहा: “मैं जमीन पर झोपड़ी बना रहा था, तभी बैदुल्लाह और गज्जू ने आकर हमला कर दिया। मेरे सिर और शरीर पर चोट लगी है। मैं न्याय चाहता हूं।”
इलाज जारी, पुलिस कर रही जांच
परिजनों ने घायल खुर्शीद अंसारी को गढ़वा सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों की निगरानी में उनका इलाज जारी है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस को सूचना दी गई है और शिकायत दर्ज कर ली गई है। समाचार लिखे जाने तक दूसरा पक्ष अस्पताल नहीं पहुंचा था, जिससे दोनों पक्षों की स्थिति पर टिप्पणी नहीं की जा सकी है।
न्यूज़ देखो: भूमि विवाद बनते जा रहे हिंसक झगड़ों का कारण
झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि विवाद अब केवल कागजी मामलों तक सीमित नहीं रह गए हैं — ये जानलेवा संघर्ष में बदल रहे हैं। गढ़वा की यह घटना दर्शाती है कि जमीन के दस्तावेजों की पारदर्शिता, प्रशासनिक हस्तक्षेप और समय पर निपटारा न होने के कारण विवाद हिंसा में तब्दील हो रहे हैं। ‘न्यूज़ देखो’ प्रशासन से मांग करता है कि इस मामले में शीघ्र जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए और पीड़ित को न्याय मिले।
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सतर्क रहें, न्याय के लिए आवाज उठाएं
संपत्ति विवादों में धैर्य, संवैधानिक उपाय और न्यायिक रास्ता ही समाधान है। कानून हाथ में लेना न केवल अपराध है, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी तोड़ता है। यदि आप ऐसी किसी घटना के गवाह हों, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें और जरूरतमंद को न्याय दिलाने में भूमिका निभाएं।
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