बोकारो: झारखंड के बोकारो में दिवाली के मौके पर पटाखा बाजार में भीषण आग लग गई, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। घटना बोकारो के चास मुख्य सड़क पर गरगा नदी पुल के किनारे हुई, जहां 66 अस्थायी पटाखा दुकानों में आग लगने के कारण लगभग 50 दुकानें जलकर खाक हो गईं। घटना की सूचना पर दमकल विभाग की चार गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगने के बाद दुकानों में रखे पटाखों में एक के बाद एक धमाके होने लगे। रॉकेट पटाखों के चलते आग ने तेजी से विकराल रूप ले लिया, जिससे मौके पर मौजूद ग्राहकों और दुकानदारों में भगदड़ मच गई। आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाया है और प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं।
इस हादसे के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने मौके का फायदा उठाकर दुकानों में लूटपाट भी शुरू कर दी। दुकानदारों के अनुसार, इन तत्वों ने पटाखों के साथ-साथ नगदी और अन्य सामान भी लूट लिया। जिला प्रशासन की अनुमति से दीपावली के अवसर पर गरगा पुल के पास अस्थायी रूप से पटाखा बाजार लगाया गया था, जहां बोकारो स्टील सिटी और आसपास के लोग पटाखे खरीदने आते हैं।
इस घटना के बाद बोकारो से भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि यहां पिछले 10 वर्षों से पटाखों का बाजार लग रहा है, जिसमें अधिकांश दुकानदार गरीब हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि दुकानदारों को उचित मुआवजा दिया जाए। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी श्वेता सिंह ने भी घटनास्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और दुकानदारों से बातचीत की।
अपर समाहर्ता मुमताज अंसारी ने बताया कि अस्थायी दुकानों के लिए प्रशासन ने अनुमति दी थी और आपदा प्रबंधन के नियमों का पालन करने के निर्देश दिए थे। फिलहाल, मामले की जांच की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
बोकारो में हुए इस हादसे ने दीपावली के जश्न में खलल डाल दिया है और पीड़ित दुकानदारों में भारी निराशा है।