
#पलामू #बाबाधामकांवड़यात्रा : मुखिया पूनम देवी ने मांगी पंचायतवासियों के लिए सुख-शांति की कामना
- दरूवा गांव से मुखिया पूनम देवी के नेतृत्व में कांवर यात्रा हुई रवाना, बाबा धाम देवघर की ओर कूच
- झारखंड विश्वनाथ मंदिर में पूजा के बाद सभी कांवरियों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया
- मुखिया पूनम देवी बोलीं, “पंचायत वासियों के लिए सुख-शांति और समृद्धि की कामना करूंगी बाबा से”
- यात्रा में मुखिया पति संतोष मुरमा, पंचायत समिति सदस्य पुष्पा देवी सहित दर्जनों श्रद्धालु शामिल
- ‘बोल बम’ के जयकारों के साथ माहौल हुआ भक्तिमय, ग्रामीणों ने दी यात्रा को शुभकामनाएं
मुखिया पूनम देवी की अगुवाई में दरूवा से रवाना हुई भक्ति यात्रा
पलामू जिला के पाण्डु प्रखंड अंतर्गत तीसीबार पंचायत के दरूवा गांव से मंगलवार को एक भव्य कांवड़ यात्रा रवाना हुई। इस यात्रा की अगुवाई पंचायत की मुखिया पूनम देवी ने की, जो अपने क्षेत्र के श्रद्धालुओं के साथ बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर की ओर निकलीं।
यात्रा की शुरुआत झारखंड विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना से हुई, जहां सभी श्रद्धालुओं ने कांवड़ उठाने से पहले भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर पूनम देवी ने सभी कांवड़ियों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया, जिससे यात्रा का माहौल और भी भक्तिमय हो गया।
पंचायतवासियों के लिए सुख-शांति की कामना
यात्रा के दौरान मुखिया पूनम देवी ने कहा:
मुखिया पूनम देवी ने कहा: “मैं इस पावन यात्रा में अपने पूरे पंचायत के लोगों के लिए बाबा से सुख, शांति और समृद्धि की कामना करूंगी। बाबा भोलेनाथ से यही प्रार्थना है कि पूरे क्षेत्र में शांति और सौहार्द बना रहे।”
उन्होंने यह भी कहा कि कांवड़ यात्रा लोगों को जोड़ने और भक्ति के मार्ग पर एकत्र करने का एक अद्भुत माध्यम है, और हर साल इस यात्रा में उनकी सहभागिता रहती है।
श्रद्धालुओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी
इस यात्रा में दर्जनों श्रद्धालु शामिल हुए, जिनमें प्रमुख रूप से मुखिया पति संतोष कुमार मुरमा, पंचायत समिति सदस्य पुष्पा देवी, संतोष कुमार, लक्ष्मण पासवान, नवीन चंद्रवंशी, अंकित कुमार, राजकुमार, लवलेश विश्वकर्मा, भोला ठाकुर, गोरख सहित कई श्रद्धालु शामिल थे।
पूरे रास्ते ‘बोल बम’, ‘हर हर महादेव’ के जयकारों से माहौल गूंजता रहा, जिससे गांव और आसपास का इलाका पूरी तरह शिवमय हो गया।
धार्मिक समरसता और सामाजिक एकता का संदेश
यह यात्रा न सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक बनी, बल्कि सामाजिक एकता और पंचायत स्तर पर नेतृत्व की प्रतिबद्धता का भी संदेश लेकर निकली। स्थानीय लोगों ने यात्रा को उत्साहपूर्वक विदा किया और श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सफल यात्रा की कामना की।

न्यूज़ देखो: आस्था और नेतृत्व की प्रेरणादायक यात्रा
इस कांवर यात्रा ने यह सिद्ध कर दिया कि जनप्रतिनिधि यदि संवेदनशील हों, तो सामाजिक आस्था और क्षेत्रीय नेतृत्व का सुंदर संगम संभव है। पूनम देवी की यह पहल पूरे पंचायत में एक सकारात्मक संदेश के रूप में देखी जा रही है।
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एकजुटता और आस्था से मिलती है नई दिशा
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