
#जमशेदपुर – श्यामनगर के लोग पीने के लिए मजबूर नदी का गंदा पानी, महामारी का खतरा बढ़ा:
- मानगो श्यामनगर के लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं, पिछले दो महीनों से पानी की सप्लाई बंद।
- स्वर्णरेखा नदी का गंदा पानी ही लोगों की जीवनरेखा बन गया।
- गरीब परिवार मजबूरी में गंदा पानी पीने और खाने में उपयोग कर रहे हैं, कई लोगों की तबीयत बिगड़ी।
- स्थानीय लोगों ने पूर्व भाजपा नेता विकास सिंह को दी सूचना, मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।
- विभाग और जनप्रतिनिधियों को कई पत्र लिखे गए, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
- विकास सिंह ने कहा – यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन होगा, उपायुक्त होंगे जिम्मेदार।
पानी की गंभीर समस्या, नदी के गंदे पानी पर निर्भर पूरा इलाका
गर्मी के मौसम में जमशेदपुर के मानगो श्यामनगर इलाके में पानी की किल्लत चरम पर पहुंच चुकी है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि पिछले दो महीने से इलाके में पानी की सप्लाई पूरी तरह ठप पड़ी है। हालात इतने गंभीर हैं कि लोगों को पीने और घर के अन्य कामों के लिए स्वर्णरेखा नदी के गंदे पानी पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
आर्थिक रूप से कमजोर परिवार पानी खरीदने में असमर्थ हैं, जिससे उन्हें मजबूरी में नदी का दूषित पानी पीना पड़ रहा है। इसी कारण इलाके में लोगों की तबीयत बिगड़ने के कई मामले सामने आ चुके हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि पानी की समस्या के समाधान के लिए कई बार विभाग और जनप्रतिनिधियों को पत्राचार किया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर मंडरा रहा खतरा
इलाके में पानी की किल्लत का असर महिलाओं और बच्चों पर सबसे ज्यादा पड़ रहा है। महिलाएं अपने छोटे बच्चों को नहलाने के लिए नदी पर ले जाती हैं, लेकिन नदी की तेज धारा और गहराई के कारण हमेशा हादसे का डर बना रहता है। कई बार लोग फिसलकर नदी में गिरने से बाल-बाल बचे हैं।
स्थानीय नेता ने जताई नाराजगी, जल्द समाधान की मांग
सूचना मिलने पर पूर्व भाजपा नेता विकास सिंह मौके पर पहुंचे और लोगों की समस्या सुनी। उन्होंने कहा कि मानगो को नगर निगम क्षेत्र का दर्जा दिया गया है, लेकिन हालात किसी सुदूर गांव से भी बदतर हैं। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा –
“यह बेहद शर्मनाक है कि शहर में रहने वाले लोग आज भी पीने के लिए स्वच्छ पानी से वंचित हैं। अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो लोग उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।”
उन्होंने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा –
“अगर नदी का गंदा पानी पीने से किसी की तबीयत बिगड़ती है या कोई अनहोनी होती है, तो इसके सीधे जिम्मेदार जिले के उपायुक्त होंगे।”
उन्होंने जिले के उपायुक्त और नगर निगम प्रशासन से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने और पानी की आपूर्ति बहाल करने की मांग की।
न्यूज़ देखो – श्यामनगर के लोगों के लिए पानी बना सबसे बड़ी समस्या, हर खबर पर हमारी नजर
मानगो श्यामनगर के लोगों की यह पीड़ा सरकारी तंत्र की विफलता को दर्शाती है। सवाल यह उठता है कि क्या जल संकट से निपटने के लिए प्रशासन कोई ठोस कदम उठाएगा?
क्या सरकार और प्रशासन को इस मुद्दे पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए?
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