#लातेहार #बालूमाथ_दुर्घटना : हेबना गांव में मासूम की दर्दनाक मौत से मातम — मूसलधार बारिश के बाद पानी से भरे डोभा में गिरा था बच्चा
- 4 वर्षीय अंकित कुमार की डोभा में डूबने से मौत
- आंगनबाड़ी केंद्र जाते समय फिसलकर गिरा था बच्चा
- बारिश के कारण पानी से भरे डोभा की गहराई नहीं दिख रही थी
- बच्चे का शव चप्पल मिलने के बाद पास के डोभा से मिला
- प्रशासन ने मुआवजे की घोषणा की, जांच जारी
घर से स्कूल के रास्ते ने ले ली जान, अंकित की मौत से गांव में पसरा मातम
लातेहार जिले के बालूमाथ थाना क्षेत्र अंतर्गत हेबना गांव में मंगलवार को एक हृदयविदारक घटना में चार वर्षीय मासूम अंकित कुमार की डोभा में डूबकर मौत हो गई।
अंकित अपने पिता अनिल महतो का इकलौता पुत्र था। घटना उस समय हुई जब वह घर से आंगनबाड़ी केंद्र जा रहा था। रास्ते में पैर फिसलने से वह सीधे डोभा में गिर गया, और किसी को भनक तक नहीं लगी।
परिजनों ने दोपहर तक की तलाश, चप्पल मिला तो टूटी उम्मीदें
परिजनों ने बताया कि अंकित सुबह घर से निकला था लेकिन दोपहर तक वापस नहीं आया। जब खोजबीन शुरू हुई तो डोभा के पास उसका चप्पल मिला, जिससे संदेह हुआ कि वह वहां गिरा हो सकता है।
कुछ देर बाद, डोभा में बच्चे का शव पानी पर तैरता हुआ मिला। परिजनों ने खुद डोभा में उतरकर शव को बाहर निकाला।
पुलिस और प्रशासन मौके पर, पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया शव
घटना की सूचना मिलते ही बालूमाथ थाना प्रभारी अमरेंद्र कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए लातेहार सदर अस्पताल भेजा। उन्होंने पुष्टि की कि बच्चे की मौत डूबने से हुई है और मामले की जांच की जा रही है।
थाना प्रभारी अमरेंद्र कुमार ने कहा: “बच्चे की डोभा में डूबने से मौत हुई है, प्रारंभिक जांच में यही सामने आया है।”
बारिश के कारण डोभा भरा था लबालब, नहीं दिख रही थी सतह
परिजनों के अनुसार, क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से लगातार बारिश हो रही है, जिससे डोभा पूरी तरह पानी से भर गया था और उसकी गहराई या सीमा स्पष्ट नहीं दिख रही थी।
इसी वजह से अंकित का फिसलना और डूबना किसी को समझ नहीं आया।
प्रशासन ने दिलाया भरोसा, मिलेगा मुआवजा
बालूमाथ अंचलाधिकारी विजय कुमार ने कहा कि पीड़ित परिवार को सरकारी प्रावधानों के तहत मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने स्थानीय लोगों से भी अपील की कि बच्चों को बरसात के दिनों में सुरक्षित रास्तों से भेजें और आसपास के जलस्रोतों पर निगरानी रखें।
अंचलाधिकारी विजय कुमार ने कहा: “परिवार को नियमानुसार मुआवजा मिलेगा, साथ ही प्रशासन डोभा की सुरक्षा को लेकर भी समीक्षा करेगा।”
न्यूज़ देखो: लापरवाही नहीं, सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत
हेबना गांव की यह घटना बताती है कि ग्रामीण इलाकों में बुनियादी सुरक्षा उपायों की कितनी कमी है। बारिश के मौसम में जलजमाव या डोभा जैसे खुले जल स्रोत बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं।
न्यूज़ देखो मांग करता है कि स्थानीय प्रशासन ऐसे डोभा या तालाबों के चारों ओर चौकसी, चेतावनी बोर्ड और बाउंड्री की व्यवस्था सुनिश्चित करे ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
बच्चों की सुरक्षा हम सभी की ज़िम्मेदारी है
बरसात का मौसम बच्चों के लिए ख़तरनाक हो सकता है — अभिभावकों को सजग रहना होगा।
साथ ही, सरकार और पंचायत को मिलकर ऐसी जगहों की पहचान कर वहां तत्काल सुरक्षा उपाय करने चाहिए।
आप इस खबर पर अपनी राय साझा करें, इसे शेयर करें और जागरूकता फैलाएं।