
#रांची #अतिक्रमण_हटाओ : रिम्स परिसर और आसपास अवैध दुकानों ठेलों व अस्थायी निर्माण पर प्रशासन की कड़ी कार्रवाई
- राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) परिसर और आसपास बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाया गया।
- दुकान, ठेले और अस्थायी निर्माण बुलडोज़र से ध्वस्त किए गए।
- अतिक्रमण के कारण मरीजों और एंबुलेंस की आवाजाही में हो रही थी भारी परेशानी।
- कई बार नोटिस जारी होने के बावजूद अतिक्रमण नहीं हटाने पर हुई कार्रवाई।
- मौके पर भारी पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी रहे तैनात।
- अतिक्रमण हटने से स्थानीय लोगों ने जताई राहत, कुछ दुकानदारों में नाराजगी।
राजधानी रांची में राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) के आसपास लंबे समय से चले आ रहे अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए बुधवार को बुलडोज़र कार्रवाई शुरू की। RIMS परिसर और उसके आसपास अवैध रूप से लगाए गए दुकानों, ठेलों और अस्थायी निर्माण को हटाने के लिए प्रशासनिक अमला पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरा। इस कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया और देखते ही देखते वर्षों से जमे अतिक्रमण जमींदोज कर दिए गए।
मरीजों और एंबुलेंस की आवाजाही बन रही थी बड़ी समस्या
प्रशासन के अनुसार, RIMS झारखंड का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है, जहां रोजाना हजारों मरीज इलाज के लिए आते हैं। अस्पताल के मुख्य मार्गों और आसपास अतिक्रमण होने के कारण एम्बुलेंस, मरीजों और उनके परिजनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। कई बार जाम की स्थिति बन जाती थी, जिससे आपातकालीन सेवाएं भी प्रभावित हो रही थीं।
अधिकारियों ने बताया कि इस समस्या को देखते हुए पहले अतिक्रमणकारियों को कई बार नोटिस देकर स्वेच्छा से अतिक्रमण हटाने का अवसर दिया गया था, लेकिन इसका कोई असर नहीं पड़ा। अंततः प्रशासन को सख्त कदम उठाना पड़ा।
भारी पुलिस बल की मौजूदगी में चली कार्रवाई
अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या विरोध से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी। प्रशासनिक अधिकारी स्वयं मौके पर मौजूद रहकर पूरे अभियान की निगरानी करते रहे।
बुलडोज़र जैसे ही आगे बढ़े, अवैध रूप से बने ढांचे एक-एक कर गिराए गए। इस दौरान कुछ अतिक्रमणकारियों ने नाराजगी जाहिर की, लेकिन पुलिस और प्रशासन की सख्ती के सामने विरोध टिक नहीं पाया।
आगे भी जारी रहेगा अभियान
प्रशासनिक अधिकारियों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि RIMS परिसर और उसके आसपास किसी भी प्रकार का अवैध निर्माण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह अभियान केवल आज तक सीमित नहीं है, बल्कि आगे भी समय-समय पर निरीक्षण कर कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों का कहना है कि अस्पताल क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त रखना जनहित से जुड़ा मामला है और इसमें किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
स्थानीय लोगों ने जताई राहत, दुकानदारों में नाराजगी
कार्रवाई के बाद स्थानीय लोगों और मरीजों ने प्रशासन के इस कदम का स्वागत किया है। लोगों का कहना है कि अतिक्रमण हटने से अब अस्पताल आने-जाने में सुविधा होगी और जाम की समस्या से भी राहत मिलेगी।
हालांकि, कुछ दुकानदारों ने इस कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए कहा कि उनकी रोजी-रोटी प्रभावित हुई है। उनका कहना है कि प्रशासन को वैकल्पिक व्यवस्था पर भी विचार करना चाहिए था।
शहर में अतिक्रमण पर सख्ती का संकेत
RIMS क्षेत्र में हुई यह कार्रवाई रांची शहर में अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन की सख्ती का स्पष्ट संकेत मानी जा रही है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अन्य संवेदनशील इलाकों में भी इसी तरह की कार्रवाई देखने को मिल सकती है।

न्यूज़ देखो: जनहित के लिए जरूरी है सख्ती
RIMS जैसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संस्थान के आसपास अतिक्रमण न सिर्फ अव्यवस्था पैदा करता है, बल्कि मरीजों की जान के लिए भी खतरा बन सकता है। प्रशासन की यह कार्रवाई जनहित में जरूरी कदम है। अब आवश्यकता है कि भविष्य में अतिक्रमण दोबारा न हो, इसके लिए स्थायी निगरानी व्यवस्था बनाई जाए। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
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स्वच्छ और व्यवस्थित शहर हम सभी की जिम्मेदारी है। अतिक्रमण हटाने से असुविधा हो सकती है, लेकिन इससे व्यापक जनहित सधता है।
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