#कांडी #अल्ट्रासाउंडसेंटरसील – कांडी में बिना योग्य तकनीशियन और डॉक्टर की अनुपस्थिति में चल रहा था अल्ट्रासाउंड सेंटर, एसडीएम की छापेमारी में हुआ खुलासा
- कांडी में संचालित केयर अल्ट्रासाउंड सेंटर को एसडीएम ने किया सील
- 12वीं पास युवक कर रहा था अल्ट्रासाउंड, डॉक्टर कभी नहीं आती थी सेंटर
- एसडीएम के सामने हुई गर्भवती महिला की बिना डॉक्टर सलाह जांच
- मौके पर सिविल सर्जन की सलाह पर लिया गया सील करने का फैसला
- अन्य अल्ट्रासाउंड संचालकों को भी दी गई सख्त चेतावनी
मौके पर ही खुली लापरवाही की परतें
गढ़वा सदर एसडीएम संजय कुमार ने रविवार को कांडी बस स्टैंड के पास संचालित केयर अल्ट्रासाउंड सेंटर को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया। क्षेत्र भ्रमण के दौरान डुमरसोता जाते समय उन्हें केंद्र का बोर्ड दिखा, जिस पर उन्हें संदेह हुआ। जांच के लिए रुकने पर पाया गया कि अल्ट्रासाउंड कर रहा युवक मात्र 12वीं पास है और बीए की पढ़ाई कर रहा है, जबकि उसके पास कोई मेडिकल डिग्री या डिप्लोमा नहीं है।
युवक ने बताया कि वह बिहार निवासी है और मझिआंव के रजनीकांत वर्मा के सेंटर में 30,000 रुपये मासिक वेतन पर कार्य करता है। जब सेंटर संचालक को बुलाया गया तो उसने आने में असमर्थता जताई।
इसी दौरान हुई एक महिला की जांच, एसडीएम ने खुद देखा सब कुछ
इसी बीच एक गर्भवती महिला अपने पति के साथ अल्ट्रासाउंड कराने पहुंची। एसडीएम बाहर बैठकर जांच प्रकिया का इंतजार करते रहे। जब महिला बाहर आई, तो उसने बताया कि उसी युवक ने अल्ट्रासाउंड किया, और वह बिना किसी डॉक्टर की सलाह के जांच कराने आई थी। जब टेक्नीशियन से डॉक्टर की अनुपस्थिति में जांच करने का कारण पूछा गया तो उसने कहा कि डॉक्टर कभी नहीं आती, वह हमेशा अकेला ही जांच करता है।
सिविल सर्जन की सलाह पर सेंटर सील
एसडीएम संजय कुमार ने इस घटना की जानकारी तत्काल सिविल सर्जन को दी, और उनकी सलाह पर सेंटर को मौके पर ही सील कर दिया गया। कांडी थाना की महिला सब इंस्पेक्टर जूली टुडू व पुलिस बल भी इस दौरान मौजूद रहे। एसडीएम ने बताया कि अग्रिम कार्रवाई के लिए रिपोर्ट सिविल सर्जन को भेजी जाएगी।
मानकों के उल्लंघन पर होगी कड़ी कार्रवाई
संजय कुमार ने अनुमंडल क्षेत्र के सभी अल्ट्रासाउंड केंद्र संचालकों को चेतावनी दी है कि वे मानक अनुसार योग्य तकनीशियन और डॉक्टर की उपस्थिति में ही जांच कराएं। अन्यथा सीलिंग और प्राथमिकी की कार्रवाई तय है।
न्यूज़ देखो : स्वास्थ्य के नाम पर समझौता नहीं
न्यूज़ देखो जनस्वास्थ्य से जुड़े हर मामले पर नजर रखता है। एसडीएम की इस कार्रवाई ने साबित कर दिया कि कानूनी लापरवाही अब नहीं चलेगी। बिना योग्य मेडिकल स्टाफ के किया गया कोई भी इलाज जिंदगी से खिलवाड़ है — हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
स्वास्थ्य सेवाएं हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी हैं। जागरूक नागरिक बनें, गलत को चुपचाप स्वीकार न करें — क्योंकि आपकी चुप्पी किसी की जान ले सकती है।