साकची में अतिक्रमण और अवैध कारोबार के खिलाफ आवाज उठाने पर भाजपा नेताओं पर मुकदमा, विकास सिंह बोले – प्रशासन चला रहा हिटलरशाही

#जमशेदपुर #साकची_विवाद : अवैध अतिक्रमण और देह व्यापार के विरुद्ध प्रदर्शन पर भाजपा कार्यकर्ताओं पर मुकदमा — पूर्व भाजपा नेता विकास सिंह ने प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप

प्रदर्शन के बाद भाजपा नेताओं पर केस, भड़के विकास सिंह

जमशेदपुर। साकची थाना क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण और कथित देह व्यापार के विरुद्ध प्रदर्शन करने वाले भाजपा और जन सुविधा मंच के नेताओं पर मुकदमा दर्ज किए जाने से राजनीतिक माहौल गरमा गया है।
पूर्व भाजपा नेता विकास सिंह ने इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि “यह प्रशासन की हिटलरशाही का उदाहरण है।”

विकास सिंह का कहना है कि जो लोग अव्यवस्था और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं, उन पर मुकदमा कर उन्हें डराया जा रहा है।

अतिक्रमण की शिकायतों पर चुप्पी, प्रदर्शन पर कार्रवाई!

विकास सिंह ने कहा कि अगर जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक स्वयं एक बार साकची बाजार में पैदल दौरा करें, तो उन्हें वहां की हकीकत पता चल जाएगी।
उनके अनुसार, सैकड़ों वर्षों से व्यापार कर रहे दुकानदार अतिक्रमणकारियों के आतंक में जी रहे हैं और इसका लाभ साकची थाना प्रभारी मोटा कमीशन वसूलकर उठा रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि:

विकास सिंह ने कहा: “थानेदार का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक अवैध दुकानें लगवाना है, ताकि उगाही में बढ़ोतरी हो।”

बीच सड़क और फुटपाथ तक पर दुकानें, राहगीरों को भारी परेशानी

साकची बाजार की सड़कों और फुटपाथों पर अवैध दुकानों की भरमार है, जिससे आम लोगों का चलना मुश्किल हो गया है।
विकास सिंह ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि अवैध दुकानों से उगाही होती है, इसलिए कोई अधिकारी कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटाता।
उन्होंने कहा कि यह स्थिति वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालय से महज एक किलोमीटर की दूरी पर हो रही है और फिर भी सब मौन हैं।

देह व्यापार और कानून व्यवस्था पर भी उठे सवाल

विकास सिंह ने दावा किया कि साकची थाना क्षेत्र में पूरे एक वर्ष में सबसे अधिक देह व्यापार के मामले सामने आए हैं।
उन्होंने कहा कि थाना प्रभारी कानून को किनारे रखकर मोटी कमाई में लिप्त हैं, और जब कोई इस पर सवाल करता है, तो उसे डराने के लिए मुकदमे का सहारा लिया जाता है।

न्यूज़ देखो: सवाल उठाने पर मुकदमा, साकची की व्यवस्था पर बड़ा सवाल

भाजपा और जन सुविधा मंच के कार्यकर्ताओं द्वारा सार्वजनिक मुद्दों पर आवाज उठाना लोकतंत्र का हिस्सा है, लेकिन इसके बदले में प्रशासन द्वारा मुकदमा दर्ज करना न केवल सवाल खड़े करता है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों पर आघात भी है।
न्यूज़ देखो मांग करता है कि साकची बाजार की अव्यवस्था, अतिक्रमण और अवैध गतिविधियों की निष्पक्ष जांच हो और यदि शिकायतें सही पाई जाती हैं, तो संबंधित अधिकारियों पर भी कार्रवाई सुनिश्चित हो।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

लोकतंत्र में प्रतिकार का अधिकार ज़रूरी

कानून व्यवस्था का उद्देश्य लोगों की सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखना होता है, न कि आवाज उठाने वालों को दबाना।
यदि नागरिक या संगठन जनहित में विरोध करते हैं, तो प्रशासन को उसकी जांच करनी चाहिए न कि दमन।
अपनी राय कमेंट करें, आर्टिकल को रेट करें और इसे उन लोगों के साथ शेयर करें जो शहर की व्यवस्था से जुड़े मुद्दों में रुचि रखते हैं।

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