
#गढ़वा #स्वास्थ्यविभाग : रंका और रमकंडा प्रखंड की सहियाओं ने उपायुक्त से की शिकायत, जांच में आरोप सही पाए गए
- रंका और रमकंडा प्रखंड की सहियाओं ने ग्रेडिंग राशि से जबरन वसूली का आरोप लगाया।
- सहियाओं का कहना है कि ए, बी और सी ग्रेड के अनुसार मिलने वाली रकम का आधा हिस्सा वसूला जाता है।
- सीमा देवी, उषा देवी और पुनम देवी समेत कई सहिया साथियों पर ₹1,500 से ₹13,000 तक वसूली का आरोप।
- उपायुक्त के आदेश पर डॉ. असजद अंसारी ने जांच की और सहियाओं से पूछताछ में आरोप सही पाए गए।
- सहियाओं ने बताया कि कुछ रकम ऑनलाइन और कुछ नगद वसूली गई है।
गढ़वा जिले के रंका और रमकंडा प्रखंडों में सहियाओं से अवैध वसूली का मामला सामने आया है। सहियाओं ने आरोप लगाया है कि ग्रेडिंग में मिलने वाली राशि से सहिया साथी जबरन वसूली करती हैं और कहती हैं कि पैसा जिला स्वास्थ्य पदाधिकारी तक जाता है। शिकायत मिलने पर उपायुक्त ने तत्काल जांच का आदेश दिया, जिसमें वसूली की पुष्टि हुई।
शिकायत लेकर पहुंचीं सहियाएं
मंगलवार को रंका और रमकंडा प्रखंड की कई सहियाएं आवेदन लेकर उपायुक्त के पास पहुंचीं। सहियाओं का कहना था कि ग्रेडिंग में मिलने वाली राशि से जबरन आधी रकम वसूली जाती है।
- ए ग्रेड में ₹12,000 मिलने पर ₹6,000 वसूला जाता है।
- बी ग्रेड में ₹6,000 मिलने पर ₹3,000।
- सी ग्रेड में ₹3,000 मिलने पर ₹1,500।
इन सहियाओं ने बताया कि इस तरह की वसूली से उनका कामकाज प्रभावित हो रहा है और वे आर्थिक दबाव में हैं।
रमकंडा प्रखंड में सीमा देवी पर आरोप
रमकंडा प्रखंड की सहिया साथी सीमा देवी (रमकंडा क्लस्टर) पर कई सहियाओं ने ₹1,500 से लेकर ₹6,500 तक वसूली का आरोप लगाया।
शिकायत करने वाली सहियाओं में चिंता देवी, रीता देवी, सुनिता देवी, अनिता देवी, सोनी देवी, राजकुमारी देवी, विपती देवी शामिल हैं।
रंका प्रखंड में उषा देवी पर आरोप
रंका प्रखंड की सहिया साथी उषा देवी (दुधवल क्लस्टर) पर ₹4,500 से लेकर ₹7,000 तक वसूली का आरोप लगा है।
जिन सहियाओं से वसूली हुई उनमें प्रेमा देवी, किस्मती देवी, सरिता देवी, राजपति कुंवर, बुधमानी देवी, जया प्रसाद यादव शामिल हैं।
अन्य सहिया साथियों पर भी गंभीर आरोप
- पुनम देवी पर आरोप है कि उन्होंने फुल कुमारी देवी से ₹9,000 और हर महीने ₹100 मोबाइल खर्च के नाम पर वसूले।
- सविता देवी (कर्री की सहिया) से तीन बार में ₹13,000 वसूले गए।
- संगीता देवी से ₹8,000, कलावती देवी से ₹7,000, फुल कुमारी लकड़ा से ₹5,000 और पार्वती देवी से ₹5,000 की वसूली का आरोप है।
जांच में मामला सही पाया गया
उपायुक्त ने शिकायत मिलने के बाद रंका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. असजद अंसारी को जांच का निर्देश दिया।
डॉ. अंसारी ने सहियाओं को अस्पताल बुलाकर पूछताछ की। पूछताछ में सहियाओं ने बताया कि उन्होंने रकम या तो ऑनलाइन ट्रांसफर की है या फिर नकद में दी है।
डॉ. असजद अंसारी ने कहा: “आरोपों की जांच में तथ्य सही पाए गए हैं। मामले की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उपायुक्त को भेजी जाएगी।”
न्यूज़ देखो: स्वास्थ्य व्यवस्था में भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार जरूरी
यह मामला दिखाता है कि जमीनी स्तर पर काम करने वाली सहियाओं को भी भ्रष्टाचार और वसूली का शिकार होना पड़ रहा है। स्वास्थ्य सेवा में लगे कर्मचारियों से ऐसी वसूली सीधे आम जनता के स्वास्थ्य अधिकारों पर हमला है। जिला प्रशासन को चाहिए कि दोषियों पर कठोर कार्रवाई कर सहियाओं का विश्वास बहाल करे।
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ईमानदार व्यवस्था से ही मिलेगा भरोसा
अब समय है कि हम सभी मिलकर ऐसी अवैध वसूली और भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएं। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और जागरूकता फैलाएं ताकि मेहनतकश सहियाओं को न्याय मिल सके।